चंडीगढ़: अफगानिस्तान में तालिबान का राज (Taliban capture Afghanistan) कायम होते ही पूरी दुनिया में हलचल पैदा हो गई है. लोग जान बचाकर इधर उधर भाग रहे हैं और तालिबानी अफगानिस्तान को तहस-नहस करने में लगे हुए हैं. अफगानिस्तान से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं वो हर किसी का दिल झकझोर देंगी. चाहे वो एयरपोर्ट की तस्वीरें हों या फिर गोलीबारी की. भले ही तालिबान के प्रवक्ता ने किसी को परेशान ना करने का दावा किया हो, लेकिन जुल्म देने वाली तस्वीरें बहुत कुछ बयां कर रही हैं. तालिबान के इस आतंक का डर अब हरियाणा (Afghanistan students in Haryana) में भी देखा जा रहा है.
भले ही तालिबान महिलाओं के हक और किसी से बदला ना लेने की बात कर रहा हो, लेकिन अभी तक जो तस्वीरें सामने आई हैं वो किसी से छिपी नहीं है. अफगान के लोग किसी भी कीमत पर देश छोड़ने को तैयार हैं. यही वजह है कि भारत में रह रहे अफगानी लोगों और छात्रों (Afghanistan students in Haryana) को अपने परिवारों की चिंता सता रही है. क्योंकि कई लोगों की अपने परिजनों से फोन पर भी बात नहीं हो पा रही है. वहीं जिनकी बात हुई है उनके परिजनों ने बताया कि फिलहाल अफगानिस्तान में हालात बेहद खराब हैं.
चंडीगढ़ में रह रहे अफगानी छात्रों के सामने कई तरह के संकट खड़े हो गए हैं. ईटीवी भारत से हुई बातचीत में एक अफगानी छात्र मुनीर काकर ने बताया कि वो पंजाब यूनिवर्सिटी (Afghanistan students in Punjab University) में पढ़ाई करते हैं. अफगानिस्तान में जो हालात हुए हैं. उसकी वजह से वो ना तो पढ़ाई कर पा रहे हैं और ना ही चैन से सो पा रहे हैं. उन्हें अपने परिवार की काफी चिंता सता रही है. मुनीर ने बताया कि चंडीगढ़ में अफगानिस्तान के करीब 350 से 400 छात्र रहते हैं और उनमें से कई छात्र ऐसे हैं. जिनका वीजा खत्म होने वाला है, लेकिन उन्हें अभी तक एंबेसी से ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है. जिससे उनका वीजा एक्सटेंड हो सके. इसलिए उन्होंने भारत सरकार से मदद करने की अपील की है.
हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले (Afghanistan students in kurukshetra) में भी करीब 50 अफगानी छात्र हैं. जिनमें से ज्यादातर की वीजा अवधि 31 अगस्त को खत्म होने वाली है. अफगानिस्तान में इनके परिवारों पर मुसीबत टूट पड़ी है. ऐसे में अब इनके सामने आर्थिक संकट भी खड़ा हो गया है. ये छात्र अपने वतन अफगानिस्तान फिलहाल नहीं जा सकते, क्योंकि वहां हालात खराब हैं. गोलियों के साये में इनके परिवार अफगानिस्तान में अपनी जिंदगी की लड़ाई लड़ रहे हैं, तो वहीं हजारों मील दूर हिन्दुस्तान में ये लोग भी परेशान हैं. वीजा अवधि खत्म होने वाली है, पैसे भी खत्म होने के कगार पर हैं, अब ये जाएं तो कहां जाएं. अफगानी छात्र मोहम्मद नदीम मजार शरीफ कहते हैं कि वीजा खत्म होने को है, पैसा बचा नहीं, मुल्क जा नहीं सकते क्योंकि फ्लाइट बंद हैं और ऐसे में चारों तरफ अंधेरा ही है. हम अब बस भारत सरकार की तरफ देख रहे हैं.
ऐसा ही हाल करनाल (Afghanistan Students in Karnal) का है. यहां छात्रों ने बताया कि कॉलेज से लेकर स्थानीय लोग हमारा साथ दे रहे हैं. उन्होंने सराकर से मांग करते हुए कहा कि जिन बच्चों का वीजा खत्म होने वाला है उनका वीजा बढ़ा दिया जाए, ताकि वो कुछ सुकून के पल और यहां बिता सके. इनमें कुछ बच्चे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से पीएचडी की पढ़ाई कर रहे हैं, कुछ कर चुके हैं. कुछ बच्चे करनाल में एक प्राइवेट संस्थान में अफगानिस्तान से पढ़ने के लिए आए थे. इन्हें परिवार वालों की चिंता सता रही है, दोस्त किस हालत में होंगे डर लग रहा है.
रोहतक की एमडीयू (Maharshi Dayanand University Rohtak) में पढ़ाई कर रहे अफगानिस्तान के छात्रों ने भारत सरकार से गुहार लगाते हुए कहा है कि अगर सरकार इस संकट की घड़ी में हमारी मदद करती है तो इंसानियत के नाते ये सबसे बड़ा कदम होगा. इन छात्रों ने भारत सरकार से वीजा बढ़ाने और आर्थिक मदद की गुहार लगाई है. बता दें कि रोहतक की एमडीयू यूनिवर्सिटी में अफगानिस्तान के करीब 52 छात्र पढ़ाई करते हैं. इनमें से 43 छात्र लॉकडाउन के दौरान अफगानिस्तान वापस चले गए थे. अब सिर्फ 9 अफगानी छात्र ही रोहतक में रह रहे हैं.
ये भी पढ़ें- उधर तालिबान दे रहा सजा, इधर खत्म हो रहा वीजा, क्या करें अफगानी छात्र?
बता दें कि अफगानिस्तान में हालात बहुत खराब हैं. जानकारी के मुताबिक, काबुल एयरपोर्ट पर भीड़ के कारण मची भगदड़ की वजह से करीब 40 लोगों की मौत हो गई है. एयरपोर्ट के पास कई लोग ऐसे भी हैं, जिनके पास ना वीज़ा है और ना ही पासपोर्ट लेकिन वो किसी भी तरह देश से बाहर जाना चाहते हैं.