चंडीगढ़: प्रशासन ने सारंगपुर, धनाश, मलौया, डड्डूमाजरा, मनीमाजरा इत्यादि के नाम तब्दील करने का निर्णय लिया है. चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से 16 दिसंबर तक लोगों के सुझाव मांगे गए हैं. सूत्रों के अनुसार, मनीमाजरा को सेक्टर-13 घोषित करने का फैसला किया है. अब तक चंडीगढ़ में 13 सेक्टर नहीं था.
13 नंबर को अशुभ मानते हुए नहीं बनाया था सेक्टर
जब ली कार्बूजिए ने चंडीगढ़ का डिजाइन बनाया तो इसमें सेक्टर-13 नहीं रखा था. वो 13 के अंक को अशुभ मानते थे. इसीलिए उन्होंने कई सेक्टरों में भी 13 नंबर अलॉट ही नहीं रखा. दिलचस्प है कि इसी को देखते हुए पंचकूला में भी सेक्टर-13 नहीं बनाया गया. वहां भी सेक्टर-12 के बाद सीधे 14 है, लेकिन अब यूटी प्रशासन इस धारणा को खत्म कर सेक्टर-13 बना दिया है. चंडीगढ़ के मनीमाजरा को 13 सेक्टर बनाया गया है. यही नहीं अब सेक्टरों का आगे विस्तार भी कर दिया है. जो इस प्रकार है.
- सारंगपुर इंडस्ट्रियल एरिया को सेक्टर -12 वेस्ट
- धनास मिल्क कॉलोनी को सेक्टर -14 वेस्ट
- मलोया और ड्डूमाजरा को सेक्टर -39 वेस्ट
- इंडस्ट्रियल एरिया फेज 1, 2, 3 को बिजनेस एंड इंडस्ट्रियल पार्क 1, 2, 3
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चंडीगढ़ में नहीं पंचायत
मनीमाजरा जैसे कई एरिया शहर में ऐसे हैं, जिन्हें बाद में नगर निगम का विस्तार करते हुए शामिल किया गया. हालांकि 13 गांव नगर निगम में शामिल किए गए थे. अब चंडीगढ़ में कोई पंचायत नहीं बची है. ऐसे में शहर का विस्तार करते हुए इन एरिया को सेक्टरों में बदला गया है.