चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा में नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी (Fraud In Job Haryana Assembly) का मामला उजागर हुआ है. इसका खुलासा विधानसभा में नौकरी के लिए हो रहे एक इंटरव्यू के दौरान हुआ. पूरे मामले की जानकारी हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता (Gyanchand Gupta Haryana Assembly Speaker) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी. विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि विधानसभा ने अंग्रेजी और हिंदी रिपोर्टर के साथ कलर्क और चौकीदार पदों के लिए आवेदन मांगे थे. इन्हीं आवेदन के बाद नीरज नाम का शख्स इंटरव्यू के लिए पहुंचा. जब उसके डॉक्यूमेंट की जांच की गई तो उम्मीदवार के पास फर्जी इंटरव्यू लेटर मिला.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जब वो उम्मीदवार फर्जी इंटरव्यू लेटर लेकर उनके पास आया तो इसमें पाया गया कि इसमें स्टैंप, सिग्नेचर और रोल नंबर सभी फर्जी हैं. जब इंटरव्यू देने आए युवक से पूछताछ की गई तो पता चला कि उसे ये लेटर जितेंद्र नाम के शख्स ने दिया है. उसी ने ही ये सारा फर्जीवाड़ा किया है. पूछताछ के बाद पता चला कि आरोपी ने उम्मीदवार को नौकरी लगवाने का भरोसा दिया था. ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि जांच में पाया गया है कि सेक्टर-34 में एक रिक्रूटमेंट ऑफिस खोला गया है.
जब जितेंद्र को विधानसभा में लाकर पूछताछ की गई तो उसने बताया कि कई अन्य पदों के लिए भी उसने फर्जी तरीके से लेटर बनाने का काम किया है. ज्ञान चंद गुप्ता ने बताया कि आरोपी ने सिर्फ विधानसभा में ही नहीं बल्कि पुलिस भर्ती के भी फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे. इसके साथ ही आरोपी के पास से 50 एचएसएससी के एडमिट कार्ड भी मिले हैं. इतना ही नहीं आरोपी के पास से उसके तीन अलग-अलग विभागों के पहचान पत्र भी मिले हैं.
आरोपी ने कई जगहों पर खुद को मंत्री का पीए भी बताया था साथ ही उसने अपने एजेंट भी रखे हुए थे. उन्होंने जानकारी दी कि आरोपी ने जहां ऑफिस खोला था वही एजेंटों के लिए भी उसने कैबिन बनवाए हुए थे. विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि उनके स्टाफ के सामने रिश्वत देने की कोशिश भी की गई, लेकिन उनके स्टाफ ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की. आरोपी नौकरी दिलवाने के नाम पर लाखों रुपये लेता था. आरोपी जितेंद्र अंबाला जिले के राछएडी गांव का रहने वाला है.
जितेंद्र के छह बैंक अकाउंट हैं. जिसमें वो पैसे मंगवाता था. आरोपी ने 5 लाख से लेकर 21 लाख रुपए तक नौकरी के नाम पर लोगों से लिए हैं. जानकारी के मुताबिक आरोपी ने 13 लोगों से 75 लाख रुपये लिए हुए हैं. अभी तक इस मामले में आरोपी के पास से 75 लाख रुपये की रिकवरी हुई है. पुलिस ने आरोपी जितेंद्र को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. जहां से कोर्ट ने आरोपी को 8 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है.