ETV Bharat / state

'अगर कल इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ तो 27 जनवरी को खुद विधानसभा जाऊंगा'

अभय चौटाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जेजेपी, बीजेपी और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. अभय चौटाला ने कहा कि जेजेपी का बीजेपी में विलय हो चुका है. वहीं हुड्डा भी बीजेपी से मिले हुए हैं. अभय चौटाला ने अपने इस्तीफे को लेकर भी स्थिति स्पष्ट की. कहा कि अगर कल इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ तो 27 को खुद विधानसभा जाकर इस्तीफा देंगे.

abhay chautala on resignation
abhay chautala on resignation
author img

By

Published : Jan 14, 2021, 8:16 PM IST

चंडीगढ़: इनेलो नेता अभय चौटाला ने दावा किया है कि अब वो खुद विधानसभा में जाकर 27 जनवरी को इस्तीफा देंगे. अभय चौटाला ने कहा कि उनके लिए विधायक का पद मायने नहीं रखता. आज स्पीकर ने मुलाकात का समय दिया था, मगर पूरे दिन स्पीकर नहीं मिले. कल वो फिर किसी को भेजकर इस्तीफा देंगे. अगर इसके बाद भी मंजूर नहीं किया गया तो 27 जनवरी को ट्रैक्टर पर जाकर इस्तीफा सौंपेंगे.

अभय चौटाला ने कहा कि जेजेपी घबराहट में है और बीजेपी में जेजेपी का विलय हो चुका है. जेजेपी और बीजेपी को लुटेरा बताते हुए अभय ने कहा जल्द खुलासा करेंगे कि ये (जेजेपी) मेरा भी धन लूटकर ले गए. जिसमें मुख्यमंत्री ने भी सहयोग किया है. इसका जल्द सबूतों के साथ खुलासा करेंगे.

'हुड्डा और बीजेपी की मिलीभगत है'

अभय चौटाला के इस्तीफे पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा था कि इससे बीजेपी की मदद होगी. इसका जवाब देंते हुए अभय चौटाला ने हुड्डा को जमकर निशाने पर लिया. अभय चौटाला ने कहा कि हुड्डा ने विधानसभा में किसानों के मुद्दे पर सदन में चर्चा नहीं की और भाग गए. अभय ने चुटकी लेते हुए कहा कि इसके खिलाफ चल रही जांच की फाइल से सरकार इसको डरा देती है.

अभय ने कहा मैंने हुड्डा की सरकार में भी विपक्ष में रहकर जिम्मेदारी निभाई है. हुड्डा और बीजेपी की मिलीभगत है और मिले हुए हैं. राज्यसभा के चुनाव में इनकी सांठगांठ सभी के सामने आ चुकी है. जब हुड्डा ने पेन बदला और अपना वोट कैंसिल करवाकर बीजेपी के उम्मीदवार को जितवाया था. इस बार राजयसभा के चुनाव में बीजेपी ने उम्मीदवार नहीं उतारा और दीपेंद्र हुड्डा राज्यसभा पहुंच गए.

ये भी पढ़ें- 'किसानों को सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है, लेकिन कृषि कानूनों पर बनी कमेटी पर नहीं'

चंडीगढ़: इनेलो नेता अभय चौटाला ने दावा किया है कि अब वो खुद विधानसभा में जाकर 27 जनवरी को इस्तीफा देंगे. अभय चौटाला ने कहा कि उनके लिए विधायक का पद मायने नहीं रखता. आज स्पीकर ने मुलाकात का समय दिया था, मगर पूरे दिन स्पीकर नहीं मिले. कल वो फिर किसी को भेजकर इस्तीफा देंगे. अगर इसके बाद भी मंजूर नहीं किया गया तो 27 जनवरी को ट्रैक्टर पर जाकर इस्तीफा सौंपेंगे.

अभय चौटाला ने कहा कि जेजेपी घबराहट में है और बीजेपी में जेजेपी का विलय हो चुका है. जेजेपी और बीजेपी को लुटेरा बताते हुए अभय ने कहा जल्द खुलासा करेंगे कि ये (जेजेपी) मेरा भी धन लूटकर ले गए. जिसमें मुख्यमंत्री ने भी सहयोग किया है. इसका जल्द सबूतों के साथ खुलासा करेंगे.

'हुड्डा और बीजेपी की मिलीभगत है'

अभय चौटाला के इस्तीफे पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा था कि इससे बीजेपी की मदद होगी. इसका जवाब देंते हुए अभय चौटाला ने हुड्डा को जमकर निशाने पर लिया. अभय चौटाला ने कहा कि हुड्डा ने विधानसभा में किसानों के मुद्दे पर सदन में चर्चा नहीं की और भाग गए. अभय ने चुटकी लेते हुए कहा कि इसके खिलाफ चल रही जांच की फाइल से सरकार इसको डरा देती है.

अभय ने कहा मैंने हुड्डा की सरकार में भी विपक्ष में रहकर जिम्मेदारी निभाई है. हुड्डा और बीजेपी की मिलीभगत है और मिले हुए हैं. राज्यसभा के चुनाव में इनकी सांठगांठ सभी के सामने आ चुकी है. जब हुड्डा ने पेन बदला और अपना वोट कैंसिल करवाकर बीजेपी के उम्मीदवार को जितवाया था. इस बार राजयसभा के चुनाव में बीजेपी ने उम्मीदवार नहीं उतारा और दीपेंद्र हुड्डा राज्यसभा पहुंच गए.

ये भी पढ़ें- 'किसानों को सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है, लेकिन कृषि कानूनों पर बनी कमेटी पर नहीं'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.