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निगम के खर्चे पर 16 पार्षदों और 11 अफसरों के साथ गोवा स्टडी टूर पर चंडीगढ़ मेयर!

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Published : Jun 29, 2023, 7:58 AM IST

Updated : Jun 30, 2023, 10:22 AM IST

डड्डूमाजरा डंपिंग ग्राउंड में इंटीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने को लेकर चंडीगढ़ के पार्षद गोवा स्टडी टूर पर हैं. कुछ पार्षद अपने साथ पत्नी और दोस्त को भी ले गए हैं. दिलचस्प बात यह है कि प्लांट का प्रोजेक्ट पहले ही निगम की हाउस मीटिंग में पास किया जा चुका है.

Chandigarh councilor on Goa study tour
डड्डूमाजरा डंपिंग ग्राउंड में प्लांट को लेकर गोवा स्टडी टूर पर चंडीगढ़ के पार्षद.

चंडीगढ़: डड्डूमाजरा में डंपिंग ग्राउंड में लगने वाले प्लांट को लेकर चंडीगढ़ के पार्षद गोवा स्टडी टूर पर गए हैं. इन पार्षदों में बीजेपी के पार्षद और कांग्रेस के पार्षद शामिल हैं. बुधवार को गोवा में बारिश के बावजूद पार्षद ने वहां के डंपिंग ग्राउंड में जाकर स्टडी टूर किया. इसके साथ ही वहां की कार्यप्रणाली को देखते हुए कुछ तस्वीरें भी साझा की. दूसरी ओर विरोधी पार्टियों द्वारा लगातार आरोप लगाए जा रहे हैं कि यह एक स्टडी टूर नहीं बल्कि फैमिली के साथ एक घूमने फिरने का टूर है. क्योंकि इस स्टडी टूर पर कोई अपनी पत्नी के साथ, कोई अपने दोस्त कोई अपने भाई के साथ तो कोई अपने भतीजे के साथ गोवा घूमने गया है.

ये भी पढ़ें: चंडीगढ़ गार्बेज प्रोसेसिंग प्लांट लोगों के लिए बना सिरदर्द! 100 करोड़ रुपये खर्च करके भी नहीं निकला कोई हल

गोवा स्टडी टूर पर चंडीगढ़ के पार्षद: बता दें कि डड्डूमाजरा कॉलोनी के डंपिंग ग्राउंड में इंटीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया जाना है. इसके लिए गोवा में लगे ऐसे ही प्लांट को देखने के लिए मेयर अनूप गुप्ता समेत 16 काउंसलर और 11 अफसरों की टीम गोवा के लिए रवाना हुई. वहींं, इसके साथ-साथ डड्डूमाजरा के रहने वाले 9 लोगों को भी साथ ले जाया गया.

Chandigarh councilor on Goa study tour
निगम के खर्चे पर गोवा स्टडी टूर !

फैमिली और दोस्त के साथ गोवा टूर पर पार्षद: इस स्टडी टूर के लिए चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित द्वारा सभी विरोधी पार्टियों को टूर में शामिल होने के लिए कहा गया था, लेकिन स्टडी टूर पर जाने से कुछ दिन पहले ही आप पार्टी के पार्षदों द्वारा मना कर दिया गया. स्टडी टूर के लिए भाजपा और कांग्रेस के पार्षद हामी भरते हुए टूर के लिए रवाना हुए. इस टूर पर सिर्फ और सिर्फ पार्षदों को सरकारी खर्चे पर ले जाने की बात कही गई थी. लेकिन, इन सभी पार्षदों के साथ उनके परिवार जन भी दिखाई दिए. कोई पार्षद अपनी पत्नी और पति के साथ पहुंचा हुआ है तो कोई अपने भतीजे और दोस्त को लेकर गोवा गया है. जानकारी के मुताबिक पार्षद गुरबख्श रावत के साथ उनके पति बरिंदर रावत, तरुणा मेहता के साथ उनके पति यादविंदर मेहता, जस मान के साथ उनके दोस्त निखिल, सरबजीत कौर के साथ उनके पति जगतार सिंह जग्गा, अकाली पार्षद हरदीप सिंह का भतीजा व अन्य के साथ गोवा स्टडी टूर पर पहुंचे हैं.

नीरी के ही सुझाव पर चंडीगढ़ में बायोगैस प्लांट लगाने की बात कही गई है. जिसके चलते गोवा में स्टडी टूर रखा गया है. बायोगैस को क्लीन करते-करते बिजली भी बनाई जा सकती है जैसे गोवा गार्बेज प्लांट में हो रहा है. इसके साथ ही सीएनजी जैसी समस्या में भी इस प्लांट के लगने के बाद मदद मिलेगी. -अनूप गुप्ता, चंडीगढ़ मेयर

ये भी पढ़ें: चंडीगढ़ में अधर में 23 चार्जिंग स्टेशन का काम, कैसे चलेंगे ई वाहन?

हाउस मीटिंग में आप और बीजेपी में हुई थी बहसबाजी: बीते दिनों हाउस मीटिंग के दौरान आम आदमी पार्टी के साथ भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी बहस छिड़ी थी. जहां सभी आम आदमी पार्टी के पार्षदों को 1 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया था. इसी दौरान सॉलिड वेस्ट प्लांट का एजेंडा पास कर दिया गया. ऐसे में आम आदमी पार्टी ने सवाल उठाया था कि अगर मेयर या किसी भी पार्षद ने गोवा के प्लांट को स्टडी नहीं की थी तो करोड़ों रुपये के इस प्लांट को लगाने को मंजूरी क्यों दे दी गई. पहले प्रोजेक्ट पास कर दिया गया और फिर उसकी स्टडी करने के लिए लाखों रुपये का खर्च किया जा रहा है.

कचरे की भारी समस्या को देखते हुए 2016 के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स के अधीन प्लांट लगाए जाते हैं. ऐसे में कचरे से फैलने वाली बदबू और गंदगी से संबंधित सभी समस्याओं पर खास ध्यान दिया जाता है. देश में जगह-जगह पर कई मॉडल लगाए गए हैं. इसमें से कामयाब प्रोजेक्ट गोवा में पहले से काम कर रहा है. - डॉ. अतुल नारायण वैद्य, निरी निदेशक

AAP पार्षद ने लगाया ये आरोप: ऐसे में सेक्टर-22 के पार्षद आम आम आदमी पार्टी के पार्षद दमनप्रीत ने बताया कि चंडीगढ़ नगर निगम हमेशा की तरह भ्रष्टाचार से प्रभावित है. बीजेपी कांग्रेस के पार्षद और सांसद किरण खेर इसमें शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इस दौरे में बीजेपी और कांग्रेस के पार्षद बीजेपी का कांग्रेस के समर्थक मनोनीत लोग और 9 अधिकारी साथ में हैं. उन्होंने पूछा कि जब करदाता बिल चुका रहे हैं तो इतनी बड़ी टीम को अध्ययन दौरे पर ले जाने का क्या जरूरत है.

Chandigarh councilor on Goa study tour
निगम के खर्चे पर गोवा स्टडी टूर !

दमनप्रीत ने कहा कि पहले इस मुद्दे को सुलझाने की पहल क्यों नहीं की गई. हम ऐसे बेकार दौरे के जरिए जनता के पैसे की बर्बादी पर निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि यह एक अध्ययन दौरा नहीं बल्कि एक लंबे टूर है. वहां, बीजेपी कांग्रेस विधायकों को आप वोट हासिल करने के लिए उनके समर्थन हासिल करने के लिए कोशिश कर रही है. डड्डूमाजरा से पार्षद कुलदीप सिंह पिता ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से डड्डूमाजरा के रिहायशी इलाकों में कूड़ा प्रोसेसिंग प्लांट न लगाने के लिए गुहार लगाई थी लेकिन उन्होंने नहीं सुनी.

गोवा स्ट्डी टूर को लेकर क्या कहते हैं निरी के निदेशक?: गोवा के स्टडी टूर पर जाने से पहले राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान निरी के निदेशक डॉ. अतुल नारायण वैद्य द्वारा गोवा में बने सॉलिड वेस्ट प्लांट के बारे में पक्ष रखा गया था. जिसमें डॉ. वैद्य ने बताया कि कचरे की भारी समस्या को देखते हुए जितने भी प्लांट लगाए जाते हैं उन्हें 2016 के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स के अधीन लगाया जाता है. ऐसे में कचरे से फैलने वाली बदबू और गंदगी से संबंधित सभी समस्याओं पर खास ध्यान दिया जाता है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जो इससे पहले चंडीगढ़ में प्लांट लगाए गए हैं वह भी अभी अधूरे हैं. क्योंकि, लोग गीला और सूखा कूड़ा अलग नहीं रख रहे हैं. उन्हें भी पूरे निरीक्षण और उपकरणों की सख्त जरूरत है जिस पर काम किया जा रहा है. देश में जगह-जगह पर कई मॉडल लगाए गए हैं, जिसका रिव्यू शेयरिंग के अलावा पीपीपी मॉडल और अन्य शामिल किया गया है. ऐसे में कोई भी प्राइवेट कंपनी फ्री में काम नहीं करना चाहती. ऐसे में निजी यानी राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान द्वारा ही इस समस्या को सुलझाने की कोशिश की जा रही है, जिसका एक कामयाब प्रोजेक्ट गोवा में पहले से काम कर रहा है.

Goa Garbage Plant
गोवा गार्बेज प्लांट क्यों है खास.

चंडीगढ़ मेयर अनूप गुप्ता की दलील: वहीं, चंडीगढ़ मेयर मेयर अनूप गुप्ता ने बताया कि नीरी के द्वारा दिए गए सुझाव के चलते चंडीगढ़ में सबसे ज्यादा गीला कचरा देखा गया है. ऐसे में इस गीले कूड़े से संबंधित कम ही इंडस्ट्री हैं. इसीलिए थर्मल टेक्नोलॉजी से इससे दूर रखा जाता है, क्योंकि यह जरूरत से ज्यादा खर्चीला प्रोजेक्ट बन जाएगा. इसलिए नीरी के ही सुझाव पर चंडीगढ़ में बायोगैस प्लांट लगाने की बात कही गई है. जिसके चलते गोवा में स्टडी टूर रखा गया है. बायोगैस को क्लीन करते-करते बिजली भी बनाई जा सकती है जैसे कि गोवा में हम देख रहे हैं. इसके साथ-साथ सीएनजी जैसी समस्या जो हमारे शहर वासियों को रहती है. उसे भी इस प्लांट के लगने के बाद मदद मिलेगी.

चंडीगढ़: डड्डूमाजरा में डंपिंग ग्राउंड में लगने वाले प्लांट को लेकर चंडीगढ़ के पार्षद गोवा स्टडी टूर पर गए हैं. इन पार्षदों में बीजेपी के पार्षद और कांग्रेस के पार्षद शामिल हैं. बुधवार को गोवा में बारिश के बावजूद पार्षद ने वहां के डंपिंग ग्राउंड में जाकर स्टडी टूर किया. इसके साथ ही वहां की कार्यप्रणाली को देखते हुए कुछ तस्वीरें भी साझा की. दूसरी ओर विरोधी पार्टियों द्वारा लगातार आरोप लगाए जा रहे हैं कि यह एक स्टडी टूर नहीं बल्कि फैमिली के साथ एक घूमने फिरने का टूर है. क्योंकि इस स्टडी टूर पर कोई अपनी पत्नी के साथ, कोई अपने दोस्त कोई अपने भाई के साथ तो कोई अपने भतीजे के साथ गोवा घूमने गया है.

ये भी पढ़ें: चंडीगढ़ गार्बेज प्रोसेसिंग प्लांट लोगों के लिए बना सिरदर्द! 100 करोड़ रुपये खर्च करके भी नहीं निकला कोई हल

गोवा स्टडी टूर पर चंडीगढ़ के पार्षद: बता दें कि डड्डूमाजरा कॉलोनी के डंपिंग ग्राउंड में इंटीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया जाना है. इसके लिए गोवा में लगे ऐसे ही प्लांट को देखने के लिए मेयर अनूप गुप्ता समेत 16 काउंसलर और 11 अफसरों की टीम गोवा के लिए रवाना हुई. वहींं, इसके साथ-साथ डड्डूमाजरा के रहने वाले 9 लोगों को भी साथ ले जाया गया.

Chandigarh councilor on Goa study tour
निगम के खर्चे पर गोवा स्टडी टूर !

फैमिली और दोस्त के साथ गोवा टूर पर पार्षद: इस स्टडी टूर के लिए चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित द्वारा सभी विरोधी पार्टियों को टूर में शामिल होने के लिए कहा गया था, लेकिन स्टडी टूर पर जाने से कुछ दिन पहले ही आप पार्टी के पार्षदों द्वारा मना कर दिया गया. स्टडी टूर के लिए भाजपा और कांग्रेस के पार्षद हामी भरते हुए टूर के लिए रवाना हुए. इस टूर पर सिर्फ और सिर्फ पार्षदों को सरकारी खर्चे पर ले जाने की बात कही गई थी. लेकिन, इन सभी पार्षदों के साथ उनके परिवार जन भी दिखाई दिए. कोई पार्षद अपनी पत्नी और पति के साथ पहुंचा हुआ है तो कोई अपने भतीजे और दोस्त को लेकर गोवा गया है. जानकारी के मुताबिक पार्षद गुरबख्श रावत के साथ उनके पति बरिंदर रावत, तरुणा मेहता के साथ उनके पति यादविंदर मेहता, जस मान के साथ उनके दोस्त निखिल, सरबजीत कौर के साथ उनके पति जगतार सिंह जग्गा, अकाली पार्षद हरदीप सिंह का भतीजा व अन्य के साथ गोवा स्टडी टूर पर पहुंचे हैं.

नीरी के ही सुझाव पर चंडीगढ़ में बायोगैस प्लांट लगाने की बात कही गई है. जिसके चलते गोवा में स्टडी टूर रखा गया है. बायोगैस को क्लीन करते-करते बिजली भी बनाई जा सकती है जैसे गोवा गार्बेज प्लांट में हो रहा है. इसके साथ ही सीएनजी जैसी समस्या में भी इस प्लांट के लगने के बाद मदद मिलेगी. -अनूप गुप्ता, चंडीगढ़ मेयर

ये भी पढ़ें: चंडीगढ़ में अधर में 23 चार्जिंग स्टेशन का काम, कैसे चलेंगे ई वाहन?

हाउस मीटिंग में आप और बीजेपी में हुई थी बहसबाजी: बीते दिनों हाउस मीटिंग के दौरान आम आदमी पार्टी के साथ भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी बहस छिड़ी थी. जहां सभी आम आदमी पार्टी के पार्षदों को 1 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया था. इसी दौरान सॉलिड वेस्ट प्लांट का एजेंडा पास कर दिया गया. ऐसे में आम आदमी पार्टी ने सवाल उठाया था कि अगर मेयर या किसी भी पार्षद ने गोवा के प्लांट को स्टडी नहीं की थी तो करोड़ों रुपये के इस प्लांट को लगाने को मंजूरी क्यों दे दी गई. पहले प्रोजेक्ट पास कर दिया गया और फिर उसकी स्टडी करने के लिए लाखों रुपये का खर्च किया जा रहा है.

कचरे की भारी समस्या को देखते हुए 2016 के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स के अधीन प्लांट लगाए जाते हैं. ऐसे में कचरे से फैलने वाली बदबू और गंदगी से संबंधित सभी समस्याओं पर खास ध्यान दिया जाता है. देश में जगह-जगह पर कई मॉडल लगाए गए हैं. इसमें से कामयाब प्रोजेक्ट गोवा में पहले से काम कर रहा है. - डॉ. अतुल नारायण वैद्य, निरी निदेशक

AAP पार्षद ने लगाया ये आरोप: ऐसे में सेक्टर-22 के पार्षद आम आम आदमी पार्टी के पार्षद दमनप्रीत ने बताया कि चंडीगढ़ नगर निगम हमेशा की तरह भ्रष्टाचार से प्रभावित है. बीजेपी कांग्रेस के पार्षद और सांसद किरण खेर इसमें शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इस दौरे में बीजेपी और कांग्रेस के पार्षद बीजेपी का कांग्रेस के समर्थक मनोनीत लोग और 9 अधिकारी साथ में हैं. उन्होंने पूछा कि जब करदाता बिल चुका रहे हैं तो इतनी बड़ी टीम को अध्ययन दौरे पर ले जाने का क्या जरूरत है.

Chandigarh councilor on Goa study tour
निगम के खर्चे पर गोवा स्टडी टूर !

दमनप्रीत ने कहा कि पहले इस मुद्दे को सुलझाने की पहल क्यों नहीं की गई. हम ऐसे बेकार दौरे के जरिए जनता के पैसे की बर्बादी पर निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि यह एक अध्ययन दौरा नहीं बल्कि एक लंबे टूर है. वहां, बीजेपी कांग्रेस विधायकों को आप वोट हासिल करने के लिए उनके समर्थन हासिल करने के लिए कोशिश कर रही है. डड्डूमाजरा से पार्षद कुलदीप सिंह पिता ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से डड्डूमाजरा के रिहायशी इलाकों में कूड़ा प्रोसेसिंग प्लांट न लगाने के लिए गुहार लगाई थी लेकिन उन्होंने नहीं सुनी.

गोवा स्ट्डी टूर को लेकर क्या कहते हैं निरी के निदेशक?: गोवा के स्टडी टूर पर जाने से पहले राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान निरी के निदेशक डॉ. अतुल नारायण वैद्य द्वारा गोवा में बने सॉलिड वेस्ट प्लांट के बारे में पक्ष रखा गया था. जिसमें डॉ. वैद्य ने बताया कि कचरे की भारी समस्या को देखते हुए जितने भी प्लांट लगाए जाते हैं उन्हें 2016 के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स के अधीन लगाया जाता है. ऐसे में कचरे से फैलने वाली बदबू और गंदगी से संबंधित सभी समस्याओं पर खास ध्यान दिया जाता है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जो इससे पहले चंडीगढ़ में प्लांट लगाए गए हैं वह भी अभी अधूरे हैं. क्योंकि, लोग गीला और सूखा कूड़ा अलग नहीं रख रहे हैं. उन्हें भी पूरे निरीक्षण और उपकरणों की सख्त जरूरत है जिस पर काम किया जा रहा है. देश में जगह-जगह पर कई मॉडल लगाए गए हैं, जिसका रिव्यू शेयरिंग के अलावा पीपीपी मॉडल और अन्य शामिल किया गया है. ऐसे में कोई भी प्राइवेट कंपनी फ्री में काम नहीं करना चाहती. ऐसे में निजी यानी राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान द्वारा ही इस समस्या को सुलझाने की कोशिश की जा रही है, जिसका एक कामयाब प्रोजेक्ट गोवा में पहले से काम कर रहा है.

Goa Garbage Plant
गोवा गार्बेज प्लांट क्यों है खास.

चंडीगढ़ मेयर अनूप गुप्ता की दलील: वहीं, चंडीगढ़ मेयर मेयर अनूप गुप्ता ने बताया कि नीरी के द्वारा दिए गए सुझाव के चलते चंडीगढ़ में सबसे ज्यादा गीला कचरा देखा गया है. ऐसे में इस गीले कूड़े से संबंधित कम ही इंडस्ट्री हैं. इसीलिए थर्मल टेक्नोलॉजी से इससे दूर रखा जाता है, क्योंकि यह जरूरत से ज्यादा खर्चीला प्रोजेक्ट बन जाएगा. इसलिए नीरी के ही सुझाव पर चंडीगढ़ में बायोगैस प्लांट लगाने की बात कही गई है. जिसके चलते गोवा में स्टडी टूर रखा गया है. बायोगैस को क्लीन करते-करते बिजली भी बनाई जा सकती है जैसे कि गोवा में हम देख रहे हैं. इसके साथ-साथ सीएनजी जैसी समस्या जो हमारे शहर वासियों को रहती है. उसे भी इस प्लांट के लगने के बाद मदद मिलेगी.

Last Updated : Jun 30, 2023, 10:22 AM IST
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