चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र का अंतिम दिन उस समय ऐतिहासिक बन गया जब 1966 में प्रदेश के गठन के बाद पहली बार तीन विधायकों को सदन की कार्यवाही में सक्रिय भागीदारी और लोकहित के मुद्दे उठाने के लिए सर्वश्रेष्ठ विधायक के रूप में पुरस्कृत किया गया. विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विधायकों को प्रशस्ति पत्र देकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया.
ये भी पढ़ें- सदन में गृहमंत्री अनिल विज का बड़ा बयान, नूंह हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक से होगी पूछताछ
पुरस्कृत किए गये विधायकों में अंबाला सिटी से बीजेपी विधायक असीम गोयल प्रथम, बरवाला से जेजेपी विधायक जोगीराम सिहाग को द्वितीय और डबवाली से कांग्रेस विधायक अमित सिहाग को तृतीय स्थान के लिए चुना गया. ये पहली बार है जब एक साथ 3 विधायकों को पुरस्कृत किया गया है. इससे पहले दो विधायकों को ये सम्मान दिया जाता था. हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र 2023 से 3 विधायकों को पुरस्कार देने की एक नई परंपरा शुरू की गई है.
विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सम्मानित किए गये सभी विधायकों को पुरस्कार स्वरूप शॉल, प्रशस्ति पत्र, विधानसभा का स्मृति चिन्ह भेंट किया गया. प्रथम स्थान पर चयनित विधायक को एक लाख रुपये, द्वितीय को 71 हजार और तृतीय स्थान पर चयनित एमएलए को 51 हजार रुपये की राशि प्रदान की गई.
सभी विधायकों ने सदन के नेता मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित चयनित कमेटी के सदस्यों का आभार जताया, जिन्होंने इस पुरस्कार के लिए उनके नाम का चयन किया. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि के लिए यह एक यादगार अवसर होता है, जब सदन में उन्हें सर्वश्रेष्ठ विधायक के रूप में स्मरण किया जाता है. इससे अन्य सदस्यों के लिए भी एक प्रेरणा मिलती है.