चंडीगढ़: किसानों को गेहूं खरीद की राशि समय पर ना देने पर अब सरकार ने आढ़तियों ब्याज लगा दिया है. इस ब्याज की राशि को किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जाएगा. गेहूं बिक्री में किसानों के खातों राशि देने में देरी करने वाले आढ़तियों को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने नोटिस जारी कर दिए हैं. इस नोटिस को 13,610 आढ़तियों को जारी किया जाएगा.
बता दें कि इसको लेकर 29 जून तक प्रदेश के इन आढ़तियों को नोटिस जारी कर दिए जाएंगे. इन आढ़तियों से विभाग 27.99 करोड़ रुपए का ब्याज वसूलेगा. विभाग इस ब्याज की राशि को किसानों के खाते में डालेगी, जिस किसान का जितना ब्याज होगा उसे उतना ही दिया जाएगा.
विभाग ने बताया कि हरियाणा में करीब 1.87 लाख किसानों को उनकी राशि देरी से मिली है. इस मामले को लेकर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने पहले ही ये फैसला ले लिया था कि आढ़तियों से ये राशि लेकर किसानों को दी जाएगी. गौरतलब है कि लॉकडाउन के चलते इस बार गेहूं की खरीद 20 अप्रैल से शुरू हुई थी और पांच लाख से अधिक किसानों से 78 लाख टन गेहूं खरीदा गया था.
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने बताया कि प्रदेश के 13,610 आढ़तियों से किसानों को गेहूं की राशि देरी से देने के बदले में करीब 28 करोड़ रुपये ब्याज वसूला जाएगा. प्रशासन ने इसकी तैयारी भी कर ली है. 29 जून तक इन आढ़तियों को नोटिस जारी किए जाएंगे.
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बता दें कि हर बार आढ़ती किसानों की पेमेंट रोक देते हैं, जिसको लेकर किसानों को अपने ही पैसों के लिए बार-बार चक्कर लगाते हैं. लेकिन इस बार विभाग ने अब इस देरी की भरपाई आढ़तियों से लेने का फैसला लिया है, ताकि भविष्य में आढ़ती किसानों की पेमेंट ना रोके.