चंड़ीगढ़: परिवहन विभाग की किलोमीटर स्कीम में बड़ा घोटाला उजागर हुआ है. राज्य सतर्कता ब्यूरो की जांच के बाद प्रदेश सरकार पहले चरण में हुए सभी 510 बसों के टेंडर को रद्द करने जा रही है.
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क्या बोले सीएम खट्टर?
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि किलोमीटर स्कीम में अनियमितता सामने आई है इसलिए 510 बसों के टेंडर रद्द कर दिए गए हैं, लेकिन 190 बसों के हुए टेंडर मान्य रहेंगे. उसमें रेट सही आया है. उन्होंने कहा कि गड़बड़ी करने वाले कर्मचारी-अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
किलोमीटर स्कीम के खिलाफ हुई थी 18 दिन की हड़ताल
हरियाणा रोडवेज कर्मचारियो ने इस स्कीम के विरोध में पिछले साल अक्टूबर-नवंबर में 18 दिन तक हड़ताल की थी. ये रोडवेज की अब तक की सबसे बड़ी हड़ताल थी.
क्या है किलोमीटर स्कीम?
हरियाणा रोडवेज में बसों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार ने किलोमीटर स्कीम की शुरूआत की. किलोमीटर स्कीम के तहत परिवहन विभाग ने 700 निजी बसों को रोडवेज में शामिल करने की योजना बनाई गई. ये बसें किलोमीटर के हिसाब से लगाई जाएंगी. किलोमीटर स्कीम के तहत अंबाला में 12 बसों को 37.10 रुपये प्रति किलोमीटर की दर से चलाया जाएगा. चंडीगढ़ में 20 बसों को 37.30 रुपये, कुरुक्षेत्र में 15 बसों को 36.80 रुपये, यमुनानगर में 10 बसों को 36.60 रुपये, करनाल में 20 बसों को 36.50 रुपये, पानीपत में 20 बसों को 34.75 रुपये, कैथल में 15 बसों को 34.30 रुपये, हिसार में 25 बसें 36.75 रुपये, फतेहाबाद में 20 बसों को 36.90 रुपये, सिरसा में 17 बसों को 36.80 रुपये, भिवानी में 58 बसों को 36.50 रुपये, चरखी दादरी में 15 बसों को 36.30 रुपये, फरीदाबाद में 15 बसों को 36.75 रुपये, गुरूग्राम में 40 बसों को 37.10 रुपये, झज्जर में 45 बसों को 34.65 रुपये, बहादुरगढ में 5 बसों को 31.01 रुपये, नारनौल में 15 बसों को 36.09 रुपये, नूंह में 5 बसों को 36.75 रुपये, पलवल में 10 बसों को 36.75 रुपये, रोहतक में 48 बसों को 35.65 रुपये, सोनीपत में 42 बसों को 35.75 रुपये, रेवाड़ी में 5 बसों को 37.24 रुपये और जींद में 15 बसों को 36.40 रुपये प्रति किलोमीटर पर चलाया जाएगा.
क्यों लाई गई ये स्कीम?
दरअसल प्रदेश की जनसंख्या ढाई करोड़ से ज्यादा है. प्रदेश में इस वक्त करीब 15 हजार रोडवेज बसों की जरूरत है, सरकार के मुताबिक नई बसों को खरीदना इस वक्त संभव नहीं है. इसलिए बसों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने किलोमीटर स्कीम के तहत टेंडर निकाले. सरकार ने किलोमीटर स्कीम के तहत 700 बसें चलाने की योजना बनाई. जिसका हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी विरोध कर रहे हैं.