भिवानी: राजस्थान से सटे अर्ध मरुस्थलीय क्षेत्र भिवानी जिला में वर्ष 2022 की पहली ठंड ने दस्तक दी है. सोमवार को पूरा धुंध व कोहरे की चादर (bhiwani weather update) फैली होने की वजह से वाहन की रफ्तार भी धीमी दिखाई दी. तो वहीं यह धुंध फसलों के लिए अच्छी बताई जा रही है. कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि धुंध व बढ़ी हुई सर्दी गेहूं (fog benefit to farmers) की बंपर पैदावार में लाभदायक होगी. इसके अलावा मौसमी सब्जियों की फसलों में भी इसका फायदा होगा.
आमजन की बात की जाए तो कार्य मे देरी होने की वजह से जीवन अस्त व्यस्त जरूर दिखाई दिया. वाहन चालकों का कहना था कि आज ठंड होने की वजह से धुंध पड़ रही है. जिसके कारण 10 मीटर की दूरी तक देख पाना भी कठिन हो पा रहा है. उन्होंने बताया कि वाहनों को धीमी गति से अपने गंतव्य की ओर ले जा रहे हैं.
भिवानी के कृषि विज्ञान केंद्र की विशेषज्ञ डॉ. योगिता ने बताया कि गेहं को बढ़वार में जो मौसम में आज से बदलाव आया है वह काफी फायदेमंद है. इससे गेहूं का (fog benefit to farmers) उत्पादन बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि हर 30 से 35 दिनों के अंतराल पर खरपतरवार नाशी का किसान जरूर प्रयोग करें. ताकि खरपतवार नष्ट हो सकें.
उन्होंने कहा कि खरपतवार द्वारा प्रयोग होने वाली खाद का प्रयोग गेहूं की फसल कर सकें. वही उन्होंने किसानों को इस क्षेत्र में पाई जाने वाली दूसरी मुख्य फसल सरसों की फसल को बदलते मौसम से बचाए जाने की अपील की. उन्होंने कहा कि किसान सरसों के निचले पत्तों में सफेद छल्ले बनने तथा पत्तों की घुंंडी बनने की दिशा में समय रहते उपचार करें. जिससे फसल का दाना मजबूत हो तथा उत्पादन बढ़ सकें.
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वही किसानों ने इस धुंध (visivility in haryana) की फसलों के लिए फायदेमंद बताया है. उनका कहना था कि अगर ऐसे ही ठंड पड़ी तो फसलों के लिए फायदेमंद साबित होगी. जिससे फसलों की पैदावार में भी बढ़ोतरी होगी. ऐसी सर्दी से किसानों को फायदा होगा और जो मौसमी सब्जियां-फल है उनकी भी बंपर पैदावार होगी.
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