भिवानी: सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया में केंद्र सरकार ने अहम सुधार करते हुए राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी के गठन को मंजूरी दे दी है, जिसका हर छात्र स्वागत कर रहा है. भिवानी के छात्र और अभिभावक सरकार के इस फैसले से खुश है.
बता दें कि भारत में हर साल लगभग तीन करोड़ युवा सरकारी नौकरियों के लिए परीक्षा देते हैं. अब केंद्रीय कैबिनेट ने विभिन्न भर्ती बोर्डों के स्थान पर संयुक्त रूप से राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी का गठन किया है. जो देश की 12 भाषाओं में परीक्षाओं का आयोजन देश के 1000 परीक्षा केंद्रों पर संयुक्त रूप से करेगी.
राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी के गठन के बाद अब विभिन्न विभागों की नौकरियां एक मेरिट के आधार पर युवाओं को मिल सकेंगे. भिवानी के अमित गर्ग, सुमित और नवजोत नाम के छात्रों ने बताया कि राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी गठित होने से अब ग्रुप डी ग्रुप सी के गैर तकनीकी पदों के लिए संयुक्त पात्रता परीक्षा का आयोजन होने से अभ्यर्थियों का परीक्षाओं पर बार-बार होने वाला खर्च बचेगा.
इसके साथ ही उन्हें सरकारी नौकरियों के लिए परीक्षा देने के लिए अब अन्य जिलों या राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा. क्योंकि देश भर में लगभग हर जिले में परीक्षा केंद्र राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी बनाएगी. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे भिवानी के छात्रों ने ये भी कहा कि अब उन्हें रेलवे स्टाफ, सिलेक्शन कमीशन, बैंक इत्यादि की परीक्षाओं के लिए अलग-अलग तैयारियां और परीक्षाएं नहीं देनी पड़ेगी.
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बल्कि वे केंद्रित होकर अपनी पढ़ाई करेंगे और राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी द्वारा ली जाने वाली परीक्षा के लिए तैयारी करेंगे. अभ्यार्थियों ने ये भी बताया कि जिन अभ्यर्थियों का चयन अलग-अलग विभागों में विभिन्न पदों पर हो जाता था या फिर से कुछ समय बाद बड़ी नौकरी के लिए अपनी पुरानी नौकरी छोड़ देते थे. ऐसे में कम मेरिट वाले अभ्यर्थियों को कम अवसर नही मिल पाता था.
भर्ती बोर्ड को भी बार-बार ऐसे अभ्यर्थियों की परीक्षा पर खर्च हुए समय लगाना पड़ता था. अब एकल भर्ती एजेंसी के गठन से समस्या दूर हो जाएगी और भर्तियों में भी पारदर्शिता बढ़ेगी. इसके साथ ही सरकारी नौकरियों की भर्ती के लिए पंजीकरण, रोल नंबर, प्रवेश पत्र, अंक और मेरिट लिस्ट सब ऑनलाइन तरीके से भी उन्हें उपलब्ध हो सकेंगे.