भिवानी: दुनियाभर में आज रक्षा बंधन का त्योहार (Raksha Bandhan Festival) धूमधाम से मनाया गया. इस बार कोरोना महामारी का असर रक्षाबंधन के त्योहार (Raksha Bandhan Festival in Corona) पर देखने को मिला. जिसके चलते जेलों में इस बार भी बहनें ने अपने भाईयों की कलाई पर राखी नहीं बांध पाई. उन्होंने राखी बांधने की जगह अपने भाईयों को राखी भेंट की. इस दौरान बहनों ने अपने भाईयों से गैरकानूनी काम ना करने और हर बहन की रक्षा करने का वचन लिया.
यूं तो रक्षाबंधन को हर कोई अपने तरीके से, अपने हिसाब से मनाता है. पर जेल में बंद बंदियों के लिए सबसे अलग और विशेष होता है, क्योंकि यहां बहनों को नियमों की पालना करके ये पर्व मनाना पड़ता है. कोरोना महामारी इस बार राखी के त्योहार (Raksha Bandhan Festival in Corona) पर भारी पड़ी है. राखी बांधने की जगह बहन जेल में बंद भाईयों को राखी भेंट करके आई. जेल कर्मी अब इन राखियों को बंदियों को देंगे और वो खुद अपनी कलाई पर अपनी बहन के नाम की राखी बांधेंगे.
राखी बांधने आई बहनों ने बताया कि उन्होंने अपने भाईयों से अपनी रक्षा की बजाय कभी भी ऐसा काम ना करने का वचन लिया कि जिससे उसे या दोबारा जेल आना पड़े. जेल डीएसपी नरेश कुमार ने बताया कोविड नियमों की जेल में सख्ती से पालना करवाई जा रही है. यहां थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजर और सोशल डिसटेंस का ध्यान रखा जा रहा है. भिवानी जेल में इस समय 700 के करीब बंदी और 30 के करीब हवालाती हैं. इनमें से करीब 600 बंदियों की बहनें पहुंची हैं.