भिवानी: चौधरी बंसीलाल सामान्य अस्पताल में ठेके पर लगाए गए 38 कच्चे कर्मचारियों की भर्ती में नियमों की सही से पालन नहीं करने का मामला सामने आया है. जिसके चलते सीएमओ ने भर्ती किए गए कर्मचारियों की लिस्ट को कैंसिल कर दिया है.
गौरतलब है कि भिवानी में तत्कालीन सीएमओ डॉ जितेंद्र कादयान से आउटसोर्सिंग के तहत 38 कर्मचारी किसी कंपनी की मार्फत लगा दिए. इसमें डिप्टी सीएमओ को नोडल अधिकारी बनाया गया था. इस भर्ती में कुछ खामियां लगी. तो मामले उच्च अधिकरियों तक पहुंच गया था.
बताया जा रहा है कि सीएमओ डॉ. जितेंद्र कादयान ने अपनी ही भर्ती को पहले तो रद्द कर दी. उसके बाद उसी कंपनी से फिर से उन्होंने भर्ती करवा ली. जानकारी के मुताबिक इसमें भाई-भतीजावाद जम कर हुआ. वहीं भ्रष्टाचार की संभावनाओं से भी इंकार नही किया जा सकता है.
वहीं सीएमओ डॉ. सपना गहलावत ने 8 अक्टूबर को भिवानी में पदभार ग्रहण किया. उन्हें भी इस मामले में शिकायत मिली. शिकायत पर उन्होंने सिरे से जांच करवाई. तो वे मामला समझ गई. उन्होंने तुरंत प्रभाव से पूरी लिस्ट को ही कैंसिल कर दिया और दोबारा से भर्ती करने के आदेश दे दिए. यहीं नहीं सपना गहलावत ने उस कंपनी को भी बदल दिया. जिसने पहले ये भर्ती की थी. अब नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
गौरतलब है कि सरकार का लक्ष्य है कि पुर्ण रूप से पारदर्शिता के तहत ही नौकरियां लगाई जाए, लेकिन सरकार के इस नारे को अधिकारी किस तरह से इसे अंजाम दे रहे है. इस बात का अंदाजा को साफ तौर ओर लगाया जा सकता है. खैर ये तो अब जांच का विषय है. स्वास्थ्य विभग के गब्बर यानी स्वास्थ्य मंत्री इस मामले में क्या पहल करते है. ये तो आने वाला समय ही बताएगा.
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