भिवानी: किसी भी शहर के सौंदर्यकरण में सबसे बड़ी समस्या उस शहर के कूड़ा निस्तारण की होती है. शहर के कूड़े का सही प्रबंधन करके, उसे सही तरीके से रिसाइकिल करके ना सिर्फ शहर को और सुंदर बनाया जा सकता है बल्कि अतिरिक्त आय भी इसी कूड़े से अर्जित की जा सकती है.
इसी दिशा में भिवानी नगर परिषद ने भी कदम बढ़ाया है. भिवानी नगर परिषद की ओर से 12 करोड़ की लागत से शहर में प्लांट लगाया जाएगा. जहां कूड़े के ढेर की प्रोसेसिंग कर उससे मिलने वाली पॉलिथीन से सड़कें बनाने और किसानों के लिए खाद बनाने का काम किया जाएगा.
भिवानी नगर परिषद के चेयरमैन रणसिंह यादव ने बताया कि पूना महाराष्ट्र की कंपनी को 12 करोड़ रुपये की लागत से इसका टैंडर दिया जा चुका है. भिवानी शहर में पिछले 40 से 50 सालों से भिवानी-दादरी मुख्य मार्ग के साथ लगते आधा किलोमीटर क्षेत्र को शहर का डंपिंग प्लेस बनाया गया था. अब यहां पर दशकों से पड़े कूड़े की आधुनिक मशीनों से छंटाई करके प्लास्टिक, लोहा और खाद को अलग किया जाएगा.
शॉपिंग मॉल में बदलेगा डंपिंग स्टेशन
उन्होंने बताया कि प्लास्टिक का प्रयोग सड़क बनाने और खाद किसानों को दी जाएगी. इस प्रोजेक्ट पर लगभग 12 करोड़ रुपये की लागत आएगी और भविष्य के लिए कूड़ा निस्तारीकरण की समस्या आधुनिक उपकरणों के जरिए हल की जाएगी. इसके अलावा भिवानी नगर परिषद ने दादरी रोड पर लगभग आधे किलोमीटर क्षेत्र में फैले शहर के कूड़ा डंपिंग स्टेशन को साफ करके उसे पार्क और शॉपिंग मॉल के तौर पर विकसित करने का भी फैसला लिया है.
नगर परिष की पहल से खुश निवासी
भिवानी के निवासी दीपक ने बताया कि शहर का सारा कचरा दादरी मार्ग पर आता है, जहां उनकी दुकानें हैं. जिसके कारण बदबू और मक्खियां उन्हें परेशान करती हैं. अगर कूड़ा का सही निस्तारीकरण किया जाता है तो उन्हें कूड़े की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा.
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पर्यावरणविद लोकेश कटारिया ने भी भिवानी नगर परिषद की इस पहल की सराहना की. उन्होंने कहा कि भिवानी के डंपिंग पैलेस का प्रशासन अगर सही प्रबंधन करता है तो ना सिर्फ लोगों को कूड़े की समस्या से छुटकारा मिलेगा बल्कि भिवानी को एक सुंदर और स्वच्छ शहर भी बनाया जा सकता है.