भिवानी: भिवानी में चिड़ियाघर के सूने पिंजरों में बहाल आने वाली है. अगले कुछ दिनों में ये जानवर चिड़ियाघर में दर्शकों को दिखने को मिलेंगे. चिड़ियाघर में विभाग और दर्शकों के लिए खासा निराशाजनक रहा.
भिवानी का जू बनेगा अब और आकर्षक
आपको बता दें कि भिवानी के चिड़ियाघर में बाघ और चीतों की चिंघाड़ सुनाई नहीं दे रही थी, लेकिन अब चिडिय़ाघर में न केवल चीतों का जोड़ा चिंघाड़ेगा, बल्कि नर तेंदुए की संगिनी मादा तेंदुआ भी जल्द ही पहुंच जाएगी. आपको बता दें कि केंद्रीय जू अभिकरण ने इनके स्थानांतरित करने की प्रक्रिया को स्वीकृति प्रदान कर दी है.
जंगली जानवरों की बढ़ाई जाएगी संख्या
वन्य प्राणी विभाग के उप सचिव वीएस तंवर चिडिय़ाघर के विकास को लेकर निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि करीब ढाई करोड़ रूपयों की लागत से चिडिय़ाघर का जीर्णोद्धार किया जाएगा और आकर्षक मुख्यद्वार थ्री डी होगा. उन्होंने कहा कि चिडिय़ाघर में बच्चों के आकर्षण का केंद्र माने जाने वाले जंगली जानवरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी.
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बाघ और चीतों की थी कमी
लंबे समय से चिडिय़ाघर में बाघ, चीतों की कमी महसूस की जा रही थी. इसीलिए केंद्रीय जू अभिकरण ने एक जोड़ा चीता व एक मादा तेंदुआ भिवानी के चिडिय़ाघर में भेजने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. नर और मादा चीता और मादा तेंदुआ को हैदराबाद के चिडिय़ाघर से यहां लाया जाएगा. तंवर ने बताया कि चिडिय़ाघर के कायाकल्प का कार्य का मसौदा तैयार किया जा रहा है और इस पर अगले कुछ दिनों में काम शुरू करवा दिया जाएगा।
लंबे समय से खाली पड़ा था जू
आपको बता दें कि चिडिय़ाघर के पिंजरे में बंद शेर ब्रेंडिस की बीमारी के कारण उसका निधन हो गया था. चिडिय़ाघर का भालू बाडा भी लंबे समय तक खाली रहा, क्योंकि एक के बाद एक भालू बाड़े में खत्म हो गए तो बाड़ा ही खाली हो गया. जानवरों की की कमी के चलते चिडिय़ाघर का आकर्षण भी लगातार कम होता जा रहा था. लंबी जद्दोजहद के बाद कुछ माह पूर्व भालू विहार की रौनक लौट आई है. भालू विहार में एक नर-मादा भालू आ गए है.