भिवानी: कैथल में राजपूतों पर लाठीचार्ज और सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर गुर्जर शब्द लिखे जाने से खफा लोगों ने भिवानी में बैठक का आयोजन किया. बैठक में आगामी रणनीति पर चर्चा हुई. बैठक के संयोजक पवन ठाकुर ने कहा कि कैथल के ढांड चौक पर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण हुआ है. उस प्रतिमा पर लिखे गए गुर्जर शब्द को हटाया जाए. जिन अधिकारियों ने राजपूतों पर लाठीचार्ज करने का आदेश दिया था. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो.
इसके अलावा शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर और कैथल बीजेपी के जिला अध्यक्ष अशोक गुर्जर का इस्तीफा लिया जाए. पवन ठाकुर ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी ये मांगे नहीं मानी तो आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी. पवन ठाकुर ने कहा कि कैथल में जिस प्रकार से राजपूत समाज की भावनाओं पर प्रहार करने का काम किया गया. उससे बीजेपी की राजपूत समाज विरोधी मंशा साफ झलकती है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी को सत्ता की कुर्सी पर बैठाने में राजपूत समाज के लोगों ने अपनी अहम भागीदारी निभाई थी, यहां तक कि भाजपा के पक्ष में लोगों से समर्थन भी मांगा था, लेकिन आज बीजेपी उसी राजपूत समाज के अहम पर चोट मारने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि सम्राट मिहिर भोज राजपूत राजा थे, लेकिन उनकी प्रतिमा पर गुर्जर सम्राट मिहिर भोज लिखवाना ना केवल गलत है, बल्कि राजपूत समाज को भड़काने की भी एक साजिश है. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो राजपूत समाज के लोगों का रोष नहीं थमेगा. बैठक में राजपूत समाज के लोगों ने बीजेपी और जेजेपी के नेताओं का बहिष्कार करने की भी चेतावनी दी. ये फैसला भी किया गया कि सरकारी कार्यक्रम का बहिष्कार किया जाएगा. बैठक के दौरान राजपूत समाज जनकल्याण मंच की स्थापना भी की गई, जिससे युवाओं को जोड़कर समाज हित में काम किए जाएंगे. इसके अलावा अक्तूबर महीने में आने वाली सम्राट मिहिर भोज जयंती एवं फरवरी महीने में आने वाली भिवानी के संस्थापक महाराजा नीमपाल सिंह की जयंती को प्रसाद वितरित कर हर वर्ष धूमधाम से मनाए जाने का भी फैसला किया.