भिवानी: भारतीय पौराणिक परंपराओं के अनुसार भगवान गणेश को बल-बुद्धि और सुख-समृद्धि देने वाले देव के रूप में पूजा जाता है. गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश का जन्मदिवस माना जाता है. छोटी काशी भिवानी में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ गणेश चतुर्थी पर्व मनाया गया. लोगों ने अपने घरों और मंदिरों में भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना की, जिनका 10 दिन तक पूजन चलेगा और 11वें दिन विसर्जन किया जाएगा.
कोविड-19 महामारी के चलते भिवानी के लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भगवान गणेश की पूजा की और उनके जन्मोत्सव पर उनके प्रिय लड्डू के प्रसाद का वतरण किया. भगवान गणेश को लाल चंदन, कपूर, नारियल, गुड़ चढ़ाया.
इस बारे में महंत चरणदास और श्रद्धालु राजेश ने बताया कि भगवान गणेश की पूजा भारतीय संस्कृति में किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले की जाती है और इन्हें प्रथम देवता मानते हुए शुभ की शुरुआत की जाती है. गणेश चतुर्थी पर्व पर भगवान गणेश को भोग लगाया गया औऱ उनकी प्रतिमा की स्थापना की गई. इसके साथ ही भगवान गणेश से ये भी प्रार्थना की गई कि जल्द ही संसार से कोविड-19 महामारी दूर हो, ताकि लोग अपने शुभ कार्यों को आगे बढ़ा सकें.
ये भी पढ़ें:-'हरियाणा विधानसभा मानसून सत्र के दौरान SYL पर बुलानी चाहिए सर्वदलीय बैठक'
हालांकि भिवानी में प्रत्येक वर्ष की तरह गणेश चतुर्थी पर निकाली जाने वाली शोभा यात्रा कोविड-19 महामारी के चलते नहीं निकाली जा सकी. लोगों ने घरों में भगवान गणेश की पूजा अराधना, गणेश की आरती और मंत्रोच्चारण करने के बाद उन्हें मोदक का प्रसाद चढ़ाया.