भिवानी: भले ही प्रदेश सरकार की ओर से महात्मा गांधी की जयंती पर स्वच्छता पखवाड़ा चलाकर सफाई अभियान का ढि़ंढोरा पीटा गया हो, लेकिन भिवानी के घंटाघर से लेकर कृष्णा कॉलोनी मोड तक नगर परिषद की ओर से लगाए गए डस्टबिन की हालत बता रही है कि शहर में स्वच्छता पखवाड़ा कितना कारगर साबित हुआ है.
ये खराब डस्टबिन कहीं से टूटे हैं तो कही डस्टबिन पर ढक्कन ही नहीं है. इसके साथ ही नगर परिषद के कर्मचारी यहां से कूड़ा उठाने भी नहीं आ रहे हैं. स्थानीय निवासियों ने बताया कि डस्टबिन के आसपास न तो नगर परिषद कर्मचारी सफाई करते हैं और न ही डस्टबिन का रखरखाव सही से कर रहे हैं, जिसके कारण डस्टबिन पर लगाए गए करोड़ों रुपये पानी में बहते नजर आ रहे हैं.
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स्थानीय नागरिक विक्रम ने कहा कि नागरिक अस्पताल के साथ चलते फुटपाथ की भी हालत खराब हो चुकी है. प्रशासन का इस ओर भी कोई ध्यान नहीं है. ये भी एक विकट समस्या बनती जा रही है, जिससे राहगीर बहुत परेशान हैं. उसके साथ सर्कुलर रोड पर दोनों तरफ अवैध कब्जों ने फुटपाथ की भी जगह नहीं छोड़ी है, जिससे पैदल चलने वाले लोगों को सड़क पर ही चलना पड़ता है.