भिवानी: उड़ीसा के भुवनेश्वर में 16 से 20 जुलाई तक नेशनल वॉटर पोलो चैंपियनशिप (national water polo championship) का आयोजन कराया जा रहा है. इस चैंपियनशिप में दिल्ली व हरियाणा को मिलाकर लड़कियों और पंजाब व हरियाणा के लड़कों की दो टीमें भाग लेंगी. बता दें कि खेल में प्रतिभाग करने वाले इन खिलाड़ियों ने 21 जून से 10 जुलाई तक सिरसा के एमएसजी खेल गांव में नेशनल कैंप में प्रशिक्षण लिया था, जिसके बाद राष्ट्रीय खेलों के लिए हरियाणा तैराकी संघ के अध्यक्ष सांसद धर्मबीर सिंह ने इन खिलाड़ियों को खेल किट व अन्य सामान देकर रवाना किया.
महेंद्रगढ़ से सांसद व हरियाणा तैराकी संघ के अध्यक्ष धर्मबीर सिंह ने कहा कि हरियाणा के पंचकूला व अंबाला में सात दिनों तक खेलो इंडिया का आयोजन करवाना प्रदेश के लिए गौरव की बात है. आज हरियाणा प्रदेश के खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय पटल पर देश का नाम आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार बॉक्सिंग व कबड्डी ने हरियाणा के खिलाड़ियों ने धाक जमाई थी, अब वैसा ही प्रदर्शन हरियाणा के खिलाड़ी तैराकी के क्षेत्र में खेले जाने वाले खेलों में जमाएंगे. यह बात उन्होंने उड़ीसा के भुवनेश्वर (national water polo championship Bhubaneswar) में होने वाले राष्ट्रीय खेलों की नॉर्थ जोन की वॉटर पोलो टीम को आज रवाना करते हुए कही.
इस मौके पर सांसद धर्मबीर सिंह व एसोसिएशन के महासचिव अनिल खत्री ने बताया कि स्वीमिंग एक बेहतर एक्सरसाइज का खेल है. इसी से जुड़ा हुआ वॉटर पोलो खेल अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने लगा है, जिसमें पहली बार हरियाणा की लड़कियों की टीम नॉर्थ जोन की तरफ से भाग लेने जा रही हैं. नॉर्थ जोन की इस टीम में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली व हिमाचल प्रदेश से 29 लड़कियां, 28 लड़के व पांच कोच उड़ीसा के भुवनेश्वर के लिए रवाना हुए हैं. यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है.
इन टीमों में सबसे अधिक खिलाड़ी हरियाणा प्रदेश से है. खेलो इंडिया में भी हरियाणा की तैराकी व वॉटर पोलो टीम देश भर में दूसरे स्थान पर रही थी और इन खेलों में आठ मेडल हरियाणा ने प्राप्त किए थे. उन्होंने बताया कि अब हरिसाणा में बॉक्सिंग व कुश्ती की तर्ज पर स्वीमिंग में भी प्रदेश के खिलाड़ी तेजी से आगे बढ़ रहे है तथा जल्द ही हरियाणा के खिलाड़ी स्वीमिंग से जुड़े खेलों में ओलंपिक, कॉमनवेल्थ व एशियाड़ खेलों में भाग लेेते नजर आएंगे.
वहीं इस मौके पर पोलो खिलाड़ियों ने बताया कि उन्होंने सिरसा के एमएसजी खेल गांव में कैंप लगाकर राष्ट्रीय खेलों की बेहतर तैयारी की है और वह उड़ीसा में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में मेडल लेकर लौटेंंगे. उनके भविष्य की तैयारियां कॉमनवेल्थ, एशियाड और ओलंपिक खेलों में प्रतिभागिता कर मेडल लाना है, जिससे प्रदेश व देश का नाम ऊंचा हो सके.