भिवानी: मोनिका हत्याकांड केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, पुलिस इस मामले में नित नए खुलासे कर रही है. भिवानी पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी सुनील उर्फ शीला अपने परिवार से मोनिका से अपने रिश्ते को छुपाना चाहता था और इसीलिए उसने अपनी गर्लफ्रेंड की गोली मारकर हत्या कर दी और उसके शव को फार्म हाउस में दफना दिया. मोनिका को रास्ते से हटाने के लिए आरोपी ने मोनिका को शादी का झांसा देकर कनाडा से भारत बुलाया था. इसके बाद आरोपी ने कार में गोली मारकर उसकी हत्या की थी. आरोपी आपराधिक प्रवृति का है, उस पर हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट और अवैध हथियार के करीब 7 मामले पहले से ही दर्ज हैं.
गर्लफ्रेंड से शादी और फिर हत्या: इंस्पेक्टर रविंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी सुनील ने बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई करने के लिए कनाडा गई मोनिका को वापस भारत बुलाया था और उसके साथ गाजियाबाद कोर्ट में रजिस्टर्ड मैरिज की थी. इसके बाद मोनिका फिर कनाडा चली गई थी, लेकिन आरोपी सुनील ने एक बार फिर उसे वापस बुलाया. इस बार उसने कई महीनों तक उसे अपने साथ अलग-अलग स्थानों पर रखा था. इस दौरान सुनील को इस रिश्ते का खुलासा होने का डर सताने लगा था. क्योंकि आरोपी सुनील पहले से शादीशुदा था और दो बच्चों का पिता है. इस पर आरोपी ने मोनिका को हमेशा के लिए रास्ते से हटाने की योजना बनाई और कार में उसके सिर में दो गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी.
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मोनिका से रिश्ते को छुपाने के लिए किया मर्डर : भिवानी पुलिस की जांच में सामने आया कि सोनीपत जिले के गुमड़ गांव के सुनील ने गाजियाबाद कोर्ट में मोनिका से पहले रजिस्टर्ड मैरिज की थी. जबकि आरोपी सुनील उर्फ शिला पहले से ही शादीशुदा है तथा दो बच्चों का पिता है. सुनील को मोनिका से अपने रिश्ते के खुलासा होने का डर सताने लगा था. इस रिश्ते को छुपाने के लिए ही सुनील ने मोनिका की हत्या की साजिश रची थी.
हरियाणा पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल: मोनिका हत्याकांड का मामला यूं तो सोनीपत से जुड़ा है लेकिन मामले की निष्पक्ष जांच के लिए इसे भिवानी पुलिस को सौंपा गया था. सुनील का रिश्तेदार हरियाणा पुलिस में है. यही कारण है कि परिजनों की रिपोर्ट पर गन्नौर पुलिस द्वारा मामला दर्ज नहीं किया गया. इस पर परिजनों ने 28 अक्टूूबर 2022 को एसपी को शिकायत की लेकिन एफआईआर 16 नवंबर को दर्ज की गई.
शिकायत करने पर घर पर किया हमला : मोनिका के भाई प्रदीप ने आरोप लगाया है कि उनके द्वारा पुलिस में अपहरण की शिकायत दर्ज कराने के दिन ही उनके घर पर हमला किया गया था. प्रदीप का आरोप है कि यह हमला सुनील के कहने पर उसके दोस्तों द्वारा किया गया था. इतना ही नहीं, एफआईआर दर्ज होने के बाद आईओ और हरियाणा पुलिस में सुनील का रिश्तेदार घर में आकर दबाव बनाते थे.
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इस पर परिजनों ने गृह मंत्री अनिल विज से गुहार लगाई. इस पर केस की निष्पक्ष जांच के लिए इसे भिवानी पुलिस को सौंपा गया. पुलिस जांच में सामने आया कि गुमड़ गांव का ही एक व्यक्ति जिसका नाम सुनील है, वह भी कई दिनों से लापता था. इस पर पुलिस ने अपनी खोजबीन शुरू की तथा आरोपी सुनील को गिरफ्तार कर लिया.
डीएनए की जांच रिपोर्ट का इंतजार: आरोपी ने मोनिका का शव अपने ही फॉर्म हाउस में गड्ढा खोदकर दफना दिया. इंस्पेक्टर रविंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर मोनिका के कंकाल को निकाल कर उसका पोस्टमार्टम करवाया है. वहीं मोनिका और उसकी मां के डीएनए की जांच भी कराई जा रही है. परिजनों ने इस मामले में कुछ अन्य आरोपियों के नाम भी पुलिस को सौंपे हैं, जिसको लेकर भी पुलिस जांच कर रही है. परिजनों ने मोनिका के अवशेषों का अंतिम संस्कार कर दिया है.