ETV Bharat / state

भिवानी: बिहार जाने के लिए प्रवासी मजदूरों ने सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

भिवानी में प्रवासी मजदूरों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मजदूरों का कहना है कि सरकार और प्रशासन उन्हें घर भेजने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा है.

Migrant workers shouted slogans against the government in Bhiwani for going to Bihar
Migrant workers shouted slogans against the government in Bhiwani for going to Bihar
author img

By

Published : May 14, 2020, 7:56 PM IST

भिवानी: लॉकडाउन की मार और कोरोना का कहर झेल रहे प्रवासी मजदूरों के सब्र का बांध अब टूटता जा रहा है. प्रवासियों ने घर जाने के लिए अपनी बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है.

उन्होंने कहा कि ना रहने को है और ना खाने को है. कहीं खाना मिलता है तो सोने को श्मशान घाट मिलता है. हालांकि, पुलिस ने इनको सतलोक आश्रम में भेजा है और कहा कि जब भी ट्रेन चलेगी उन्हें घर भेजा जाएगा.

प्रवासी मजदूरों ने भिवानी में सरकार के खिलाफ नारेबाजी, देखें वीडियो

ऐसे कुछ प्रवासी लोगों का उस समय सब्र जवाब दे गया, जब इन्हें घर जाने का कोई रास्ता नहीं सूझा. उन्होंने अपनी बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और गुस्सा प्रकट किया.

प्रवासी मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन के बाद उनके पास ना कोई काम है और ना पैसा. उन्होंने बताया कि भिवानी महापंचायत द्वारा चलाई जा रही रसोई में खाना तो मिलता है, लेकिन सोना यहां श्मशान घाट में पड़ता है. उनका कहना है कि इनका रजिस्ट्रेशन 4 अप्रैल को हुआ था, लेकिन दस दिन बाद भी घर नहीं भेजा गया.

भिवानी: लॉकडाउन की मार और कोरोना का कहर झेल रहे प्रवासी मजदूरों के सब्र का बांध अब टूटता जा रहा है. प्रवासियों ने घर जाने के लिए अपनी बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है.

उन्होंने कहा कि ना रहने को है और ना खाने को है. कहीं खाना मिलता है तो सोने को श्मशान घाट मिलता है. हालांकि, पुलिस ने इनको सतलोक आश्रम में भेजा है और कहा कि जब भी ट्रेन चलेगी उन्हें घर भेजा जाएगा.

प्रवासी मजदूरों ने भिवानी में सरकार के खिलाफ नारेबाजी, देखें वीडियो

ऐसे कुछ प्रवासी लोगों का उस समय सब्र जवाब दे गया, जब इन्हें घर जाने का कोई रास्ता नहीं सूझा. उन्होंने अपनी बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और गुस्सा प्रकट किया.

प्रवासी मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन के बाद उनके पास ना कोई काम है और ना पैसा. उन्होंने बताया कि भिवानी महापंचायत द्वारा चलाई जा रही रसोई में खाना तो मिलता है, लेकिन सोना यहां श्मशान घाट में पड़ता है. उनका कहना है कि इनका रजिस्ट्रेशन 4 अप्रैल को हुआ था, लेकिन दस दिन बाद भी घर नहीं भेजा गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.