भिवानी: हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने किसानों के प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया दी है. जेपी दलाल ने कहा कि बीजेपी नेताओं का विरोध करने वाले किसान नहीं, बल्कि कांग्रेसी हैं. उन्होंने डीएपी खाद के बढ़े रेटों को अंतराष्ट्रीय स्तर की महंगाई बताया. कृषि मंत्री ने दावा किया कि हरियाणा ऐसा पहला राज्य होगा, जो फसलों की खरीद का पैसा किसान और आढती के खाते में भेजेगा.
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि गांवों में बीजेपी नेताओं का विरोध करने वाले किसान नहीं, कांग्रेसी हैं, जो अपने राजनीतिक मकसद से किसानों को उकसा कर अव्यवस्था फैलाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि किसान तो सरकार की नीतियों, फसलों की खरीद और उचित भाव से ख़ुश हैं.
उन्होंने कहा कि खुद मैंने कई जिलों की मंडियों का दौरा किया, जहां उठान को छोड़ कर सब सही है. कृषि मंत्री ने कहा कि मंडी आने वाले हर किसान कि फसल लेने पर आवक ज्यादा हो गई है. जिसके बाद 18 मंडियों में एक दिन खरीद बंद की है. उन्होंने किसानों से अपील की है कि मैसेज आने पर ही अपनी फसल मंडी में लेकर आएं. डीएपी के बढ़े रेटों पर कृषि मंत्री ने साफ किया कि रेट 1200 से 1900 रुपये नहीं, बल्कि 1400 रुपये हुए हैंं.
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हरियाणा के कृषि मंत्री ने कहा कि पांच साल बाद ये रेट अंतराष्ट्रीय स्तर पर महंगाई के चलते बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि अभी कंपनियों के पास एक साल का स्टॉक है और एक साल तक किसानों को डीएपी पुराने रेट पर ही मिलेगा. भिवानी से बीजेपी सांसद धर्मबीर सिंह द्वारा फ़सलों की खरीद पर उठाए सवाल पर दलाल ने कहा कि नए क़ानून पर स्टे हैं. इसलिए खरीद पूराने नियमों से हो रही है. तभी किसानों को मंडी से बाहर सरसों बेचने पर रोक लगी है.