भिवानी: चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय ने छात्र-छात्राओं को रोजगारपरक शिक्षा देने और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से फेडरेशन आफ इंडिया से एमओयू साइन किया है. इसके साथ ही हरियाणा सरकार के उच्चतर शिक्षा विभाग ने 30 लाख रुपये विश्वविद्यालय को इनक्यूबेटर सेंटर स्थापित करने के लिए अनुदान दिया है.
जिसका कार्य विश्वविद्यालय में रोजगारपरक शिक्षा देने के लिए विभिन्न शैक्षणिक और औद्योगिक संस्थानों से समन्वय स्थापित करना है. ये बात चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के उप कुलपति प्रो. राजकुमार मित्तल ने ईटीवी से विशेष बातचीत में कही.
उप कुलपति ने बताया कि चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय को स्थापित हुए छह वर्ष पूरे हो चुके हैं. विश्वविद्यालय ने वर्तमान शैक्षणिक सत्र से ऑनलाइन दाखिलों की प्रक्रिया शुरू कर दी है. दाखिला लेने के इच्छुक छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय के पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण करवाकर दाखिला ले सकते हैं.
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उन्होंने कहा कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र से पांच नए कोर्स भी विश्वविद्यालय ने शुरू किए हैं. इनमें फिजिक्स, कैमिस्ट्री और गणित में पांच वर्षीय इंटीग्रेटिड कोर्स के लिए तीनों विषयों में 30-30 सीटों का प्रावधान किया है. इसके अलावास, डिप्लोमा इन कम्प्यूटर एप्लीकेशन, जिम एंड ऐरोबिक्स इंस्ट्रक्टर और जियो इंफोर्मेटिक विषयों के कोर्स भी इसी सत्र से शुरू किए गए हैं.
उन्होंने बताया कि नए कोर्स शामिल करने के लिए चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय 33 विषयों की उच्चतर शिक्षा उपलब्ध करवा रहा है. उपकुलपति प्रो. आर.के.मित्तल ने कहा कि भले ही कोविड-19 के चलते विश्वविद्यालय परिसर में पढ़ाई न हुई हो, लेकिन आनलाइन तरीके से विश्वविद्यालय में पढ़ाई जारी रही है.
विश्वविद्यालय रोजगारपरक शिक्षा के उद्देश्य से आठ से दस स्थानीय उद्योगों के भी निरंतर संपर्क में है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए गए कौशल भारत (SKILL INDIA) के तहत यहां पढ़ाए जाने वाले विषयों कॉमर्स व इकोनॉमिक्स के छात्र-छात्राओं को लघु और मंझोले उद्योगों से जोड़ा जा रहा है, ताकि विश्वविद्यालय रोजगारपरक शिक्षा देने के उद्देश्य में सफल हो.