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IIT में सेलेक्शन के बाद भी भिवानी के सिद्धार्थ सांगवान ने चुनी थी सेना, अब बने लेफ्टिनेंट

भिवानी के सिद्धार्थ सांगवान भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं. उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही एनडीए की परीक्षा में 78वीं रैंक हासिल की थी.

Bhiwani Siddharth Sangwan lieutenan
IIT में सेलेक्शन के बाद भी भिवानी के सिद्धार्थ सांगवान ने चुनी थी देश सेवा, अब बने लेफ्टिनेंट
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Published : Jun 13, 2021, 3:48 PM IST

भिवानी: हर कामयाबी पर तुम्हारा नाम होगा, तुम्हारे हर कदम पर दुनिया का सलाम होगा.डट कर करना सामना तुम मुश्किलों का, एक दिन वक्त भी तुम्हारा गुलाम होगा. इस बात को सार्थक कर दिखाया है भिवानी के रहने वाले सिद्धार्थ सांगवान (Bhiwani Siddharth Sangwan lieutenant) ने. जो अपने चार साल के कड़े प्रशिक्षण के बाद भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त हुए हैं.

बता दें कि 12 जून को उत्तराखंड की राजधारी देहरादून स्थित आईएमए से पासिंग आउट परेड (ima pop 2021) के बाद सिद्धार्थ सांगवान भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त हुए हैं. सिद्धार्थ सांगवान ने बताया कि अपने पहले प्रयास में ही उन्होंने एनडीए की परीक्षा में 78वीं रैंक हासिल की थी.

ये भी पढ़िए: हरियाणा के 38 जेंटलमैन कैडेट बने भारतीय सेना में अधिकारी

सिद्धार्थ सांगवान का बिट्स पिलानी और आईआईटी में भी चयन हो गया था, लेकिन उन्होंने देश सेवा को चुनते हुए देहरादून स्थित आईएमए में ट्रेनिंग ली. सिद्धार्थ मूल रूप से चरखी दादरी जिले के चंदेनी गांव के रहने वाले हैं और उनके पिता अनूप सांगवान राजकीय महाविद्यालय फरीदाबाद में एसोसिएट प्रोफेसर, जबकि माता श्रीमती अलका सांगवान जूनियर लेक्चरर के पद पर तैनात हैं. इसके अलावा उनके बड़े भाई एक मल्टीनेशनल कंपनी में बतौर सीनियर मैनेजर कार्य कर रहे हैं.

ये भी पढ़िए: टोक्यो ओलंपिक से पहले रिंग में जमकर पसीना बहा रहा हरियाणे का ये बॉक्सर, देश को गोल्ड की उम्मीदें

सिद्धार्थ अपनी इस सफलता का श्रय माता-पिता, रिश्तेदारों, शिक्षकों और आईएमए देहरादून के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को देते हैं. जिनके आशीर्वाद और सहयोग से वो इस मुकाम को हासिल कर पाए. सिद्धार्थ ने अपने युवा साथियों से अपील करते हुए कहा कि खाली हाथ बैठे रहने से कुछ नहीं मिलता, कामयाब होना है तो हमें धूप में तपना होगा, ठंड में ठिठुरना, आग में जलना और कांटों पर चलना होगा.

भिवानी: हर कामयाबी पर तुम्हारा नाम होगा, तुम्हारे हर कदम पर दुनिया का सलाम होगा.डट कर करना सामना तुम मुश्किलों का, एक दिन वक्त भी तुम्हारा गुलाम होगा. इस बात को सार्थक कर दिखाया है भिवानी के रहने वाले सिद्धार्थ सांगवान (Bhiwani Siddharth Sangwan lieutenant) ने. जो अपने चार साल के कड़े प्रशिक्षण के बाद भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त हुए हैं.

बता दें कि 12 जून को उत्तराखंड की राजधारी देहरादून स्थित आईएमए से पासिंग आउट परेड (ima pop 2021) के बाद सिद्धार्थ सांगवान भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त हुए हैं. सिद्धार्थ सांगवान ने बताया कि अपने पहले प्रयास में ही उन्होंने एनडीए की परीक्षा में 78वीं रैंक हासिल की थी.

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सिद्धार्थ सांगवान का बिट्स पिलानी और आईआईटी में भी चयन हो गया था, लेकिन उन्होंने देश सेवा को चुनते हुए देहरादून स्थित आईएमए में ट्रेनिंग ली. सिद्धार्थ मूल रूप से चरखी दादरी जिले के चंदेनी गांव के रहने वाले हैं और उनके पिता अनूप सांगवान राजकीय महाविद्यालय फरीदाबाद में एसोसिएट प्रोफेसर, जबकि माता श्रीमती अलका सांगवान जूनियर लेक्चरर के पद पर तैनात हैं. इसके अलावा उनके बड़े भाई एक मल्टीनेशनल कंपनी में बतौर सीनियर मैनेजर कार्य कर रहे हैं.

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