भिवानी: दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हरियाणा सरकार प्रयास कर रही है. प्रदेश सरकार के इन कार्यो को देखते हुए इस बार हरियाणा राज्य को सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग आयुक्त पुरस्कार (Best Disabled Commissioner Award) दिया जाएगा. दिल्ली के विज्ञान भवन में 3 दिसंबर को होने वाले कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति इस पुरस्कार से सम्मानित करेंगी. विश्व दिव्यांग दिवस पर हरियाणा राज्य को सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग आयुक्त पुरस्कार दिया जाएगा.
दिल्ली के विज्ञान भवन में 3 दिसंबर को राष्ट्रपति यह पुरस्कार प्रदान करेंगी. साथ ही हरियाणा के पांच दिव्यांग युवाओं को 10 दिसंबर को आकाशवाणी और दूरदर्शन पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा. इसके लिए 582 दिव्यांगों में से 5 दिव्यांग दूरदर्शन व आकाशवाणी पर अपनी प्रस्तुतियां देंगे. जिनमें 1-1 दिव्यांग भिवानी, रेवाड़ी और सोनीपत से व दो दिव्यांग रोहतक से चयनित किए गए हैं. भिवानी में दिव्यांगजनों की समस्याओं के निराकरण के लिए लगे खुले दरबार में हरियाणा के दिव्यांग कमिश्नर राजकुमार मक्कड़ (Divyang Commissioner Rajkumar Makkar) ने यह जानकारी दी.
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दरबार में प्रदेश भर से आए दिव्यांगों के यूडीआईडी कार्ड, दिव्यांग पेंशन, दिव्यांग सर्टिफिकेट, दिव्यांग रोजगार, दिव्यांग पुर्नवास सहित विभिन्न शिकायतों को सुनकर उनका मौके पर ही समाधान किया गया. इस मौके पर दिव्यांग कमिश्नर ने कहा कि दिव्यांगजनों के परिवारों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश सरकार ने आयुष्मान कार्ड बनाने की वार्षिक आय की सीमा को 1 लाख 80 हजार से बढ़ाकर 3 लाख 50 हजार करने का महत्वपूर्ण निर्णय भी लिया है. दिव्यांग कमिश्नर ने बताया कि दिव्यांगों को विभिन्न प्रकार के लाभ देने के लिए बनाई गई यूडीआईडी कार्ड बनाने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर से बढ़ाकर 31 मार्च कर दी गई है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में एक लाख 96 हजार दिव्यांगों को 2500 रुपए मासिक पेंशन दी जा रही है.
दिव्यांगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए पीजीटी पदों में से 140 पद दिव्यांगों के लिए आरक्षित किए गए हैं. हरियाणा में लगभग 22 हजार स्पेशल बच्चे हैं. जिनकी पहचान का कार्य 22 नवंबर से 29 नवंबर तक विशेष अभियान चलाकर किया जा रहा है, ताकि इनकी दिव्यांगता के प्रतिशत के अनुसार विभिन्न नौकरियों में बैकलॉग की व्यवस्था की जा सके. प्रदेश के 90 विभागों में से 72 विभागों में दिव्यांगों की बैकलॉग की पहचान कर ली गई है. हरियाणा के 14 विश्वविद्यालयों में से 8 विश्वविद्यालयों में दिव्यांग बैकलॉग की पहचान की गई है. वहीं विभिन्न विभागों, मेडिकल कॉलेज, निगम व सरकारी सहायता प्राप्त संस्थानों में दिव्यांगों के 3 प्रतिशत बैकलॉग भरने की प्रक्रिया चल रही है.
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राष्ट्रीय दिव्यांग मेले में हरियाणा की 100 स्टॉल: दिल्ली के इंडिया गेट पर 1 से 7 दिसंबर तक राष्ट्रीय दिव्यांग मेले (National Handicapped Fair in Delhi) का आयोजन किया जाएगा. इसमें अकेले हरियाणा राज्य से 100 स्टॉल लगाई जाएगी. जिन पर दिव्यांगों को उनके द्वारा तैयार किए गए विभिन्न उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर दिया जाएगा. इनमें प्रथम आने वाले 10 दिव्यांगों को 1-1 लाख रुपए, द्वितीय आने वाले 10 दिव्यांगों को 51-51 हजार रुपए व तृतीय आने वाले 10 दिव्यांगों को 31-31 हजार रुपए की नगद राशि दी जाएगी.