भिवानी: हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने छात्रों को बड़ी राहत देते हुए 30 फीसदी सिलेबस को कम करने का अहम फैसला लिया है. इससे छात्र और अध्यापकों पर पढ़ाई के दबाव को कम किया जा सकेगा. बोर्ड की तरफ से कहा गया है कि कोरोना के चलते लगाए गए लॉकडाउन और फिर अनलॉक में भी स्कूल ना खुलने के कारण छात्रों की पढ़ाई पूरी नहीं हुई है, जिसके चलते छात्रो के कंधे पर जो सिलेबस का बोझ था उसे कम करने का फैसला लिया गया है.
शिक्षा बोर्ड ने छात्रों को दी बड़ी राहत
हरियाणा शिक्षा बोर्ड के इस फैसले का छात्रों ने भी स्वागत किया है. छात्रों ने बताया कि कोरोना के चलते उनकी पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई थी और ऑनलाइन क्लास से भी कुछ खास फायदा नहीं हो रहा था, जिसकी वजह से उनके सामने सिलेबस पूरा करना एक बड़ी चुनौती बनी हुई थी.
छात्र खुश और अभिभावक नाखुश
शिक्षा बोर्ड के इस फैसले से अभिभावक इत्तेफाक नहीं रख रहे हैं. अभिभावकों का कहना है कि बोर्ड ने चैप्टर्स में से कुछ टॉपिक्स को हटाया है, इससे छात्रों पर अभी भी पढ़ाई का बर्डन बना हुआ है. उनको पहले जितना सिलेबस ही पूरा करना होगा. बोर्ड के फैसले पर छात्र और अभिभावकों की राय काफी अलग है. लेकिन बोर्ड का दावा है कि इससे छात्रों पर सिलेबस का बोझ कम पड़ेगा और छात्र आसानी से अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेंगे.
बता दें कि हरियाणा में पढ़ने वाले बच्चो के सिलेबस अब 30 प्रतिशत तक कम कर दिया है. जिसकी जानकारी बोर्ड ने अपनी वेबसाइट पर भी डाल दी है.
कोरोना महामारी पूरे देश भर में फैली हुई है, जिस कारण स्कूल व कॉलेज बंद पड़े हैं. अगर खुले भी है तो छात्र बहुत कम जा रहे हैं. बच्चों को स्कूल में केवल डाउट क्लास लेने के लिए आने की अनुमति प्रदान की गई है.
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बच्चो व अध्यापकों के बीच मे संवाद सही तरीके से न हो पाने के कारण बच्चो की पढ़ाई बाधित हो रही थी. ऐसे में सरकार ने निर्णय लिया की बच्चे की पढ़ाई का बोझ कम किया जाए. इसके लिए बोर्ड ने इस पर काम करना शुरु किया ओर बोर्ड ने अब 30 प्रतिशत सिल्बेस कम कर दिया है.