भिवानी: तेलंगाना में रोडवेज के कर्मचारियो ने निजीकरण के विरोध में जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. इन कर्मचारियों ने तेलंगाना सरकार के फैसले की निंदा की. इन कर्मचारियों का कहना है कि तेलंगाना सरकार ने रोडवेज के 48 हज़ार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है.
हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों ने तेलंगाना सरकार के फैसले का किया विरोध
इन कर्मचारियों के समर्थन में भिवानी के रोडवेज कर्मचारियों ने तेलंगाना सरकार के फैसले की निंदा की और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आपको बता दें कि तेलंगाना रोडवेज कर्मचारियों की मांग थी कि तेलंगाना परिवहन निगम को राज्य में लिया जाए, ताकि वहां की जनता को अच्छी सुविधा मिल सके.
48 हजार कर्मचारियों पर लटकी तलवार
कर्मचारियों का कहना है कि जन सेवाओं के विभागों को सरकार निजी हाथों में सौंप रही है. जिसके खिलाफ तेलंगाना सरकार के सभी राज्य कर्मचारी बर्खास्त किए गए हैं. 48 हजार रोडवेज सहित तेलंगाना सरकार की तानाशाही रवैये के खिलाफ आंदोलन कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं.
तेलंगाना सरकार का तानाशाही रवैया
इन कर्मचारियों ने कहा कि हाईकोर्ट के कहने के बाद भी तेलंगाना सरकार बातचीत नहीं कर रही है. कर्मचारियों ने कहा कि इस क्रूर और निर्मम तेलंगाना सरकार के खिलाफ हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी विरोध कर रहे हैं. आपको बता दें कि सरकार के फैसले के बाद तेलंगाना के 5 कर्मचारी आत्महत्या भी कर चुके हैं.
ये है मांग
इसी के चलते भिवानी में भी रोडवेज कर्मचारियों ने मांग की है कि इन 48 हजार कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर लाया जाए और सरकार अपने फैसले को वापस ले. तेलंगाना सरकार के फैसले के कारण अवसाद में आकर आत्महत्या करने वाले कर्मचारियों को शहीद का दर्जा दे.
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