भिवानी : दिवाली से पहले सरकार ने नेशनल लेवल और स्टेट लेवल के खिलाड़ियों को बड़ा तोहफा दिया है. दरअसल पहली बार शिक्षा विभाग ने पहली से आठवीं तक के स्टेट और नेशनल लेवल की कॉम्पिटिशन में भाग लेने वाले खिलाडियों की डाइट और खेल किट (players diet and kit Allowances increased) को लेकर दी जाने वाली राशि बढ़ा दी है. नेशनल स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ियों की डाईट में 50 रुपये तो स्टेट लेवल के खिलाड़ी को दी जाने वाली खुराक भत्ते में 75 रुपये का इजाफा किया है. इसी तरह खिलाड़ियों को खेल किट में दिए जाने वाली राशि में इजाफा किया गया है ताकि बेहतरीन क्वॉलिटी का सामान खरीदा जा सके.
शिक्षा विभाग ने पहली कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक की नेशनल लेवल और स्टेट लेवल कॉम्पिटिशन में जाने वाले खिलाड़ियों को डाइट के लिए रोजाना ढाई सौ रुपये खुराक भत्ता दिया जाएगा। अब तक उक्त खिलाडिय़ों को 200 रुपये रोजाना दिया जाता रहा है. इसी तरह उक्त प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाडियों को स्पोर्टस किट के नाम पर 1200 रुपये की बजाए 2500 रुपये मिलेंगे. इसी तरह टीम के साथ जाने वाले अधिकारियों के रोजाना खाने के नाम पर 200 की बजाए 250 रुपये और ट्रैक सूट के नाम पर एक हजार रुपये की बजाए 2500 रुपये दिए जाएंगे. इसी तरह स्टेट लेवल की चैंपियनशिप में भाग लेने वाले कंटेस्टेंट को 200 रुपये खाने के मिलेंगे. अब तक इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को 125 रुपये मिलते रहे हैं. स्पोर्टस किट के नाम पर 1500 रुपये मिलेंगे और अब तक उनको 700 रुपये मिलते रहे हैं. अधिकारियों को 200 रुपये डाइट के नाम पर मिलेंगे. अब तक उनको 125 रुपये मिलते रहे हैं. इसी तरह अधिकारियों को ट्रक सूट के नाम पर 700 रुपये की बजाए 1500 रुपये दिए जाऐंगे.
हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघ के महासचिव विनोद पिंकू ने बताया कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से उक्त प्रतियोगिता में जाने वाले बच्चों की डाईट बढाए जाने की मांग की थी. धरने और प्रदर्शन भी किए थे. अब जाकर सरकार ने उनकी मांग को पूरा कर दिया. इससे खिलाड़ियों को फायदा होगा. महंगाई के दौर में खिलाड़ी अच्छी वैरायटी की खेल किट खरीद सकेंगे. वहीं जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रामावतार शर्मा का कहना है सरकार के लेटर की सूचना तो है पर अभी उन्हें पत्र मिला नही है. उन्होंने बताया कि सरकार भतो में बढ़ोतरी करने जा रही है. जो कि काफी अच्छा फैसला है. बता दें कि इससे पहले खिलाड़ियों को जो डाइट दी जाती थी उससे बच्चों को दो वक्त का भोजन और सुबह का नाश्ता मिलना मुश्किल होता था, क्योंकि जो डाईट भत्ता दिया जाता था. उसमें केवल दो वक्त का ही खाना बड़ी मुश्किल से मिल पाता था. ऐसे में उक्त खिलाडिय़ों का पेट नहीं भर पाता था. साथ ही खेल किट के लिए जो राशि दी जाती थी उसमें बेहतरीन क्वालिटी की खेल किट भी नहीं मिल पाती थी. अब बढी हुई राशि मिलेगी तो खिलाड़ियों का प्रोत्साहित होना लाजिमी है.
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