भिवानी: हरियाणा की अनाज मंडियों में 1 अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी थी, लेकिन बारिश होने के कारण गेहूं की फसल में नमी बन चुकी थी. जिसके चलते गेहूं सही तरह से पका नहीं था और कटाई भी लेट शुरू हुई. जिसके कारण मंडियों में भी गेहूं की आवक देरी से हुई है. शुरुआती दौर में तीन से चार हजार रुपये प्रति क्विंटल ही आवक हुई है. हालांकि मौसम में अब बदलाव हो गया है तेज धूम खिलने के कारण आगे आवक जोर पकड़ सकती है. वहीं, समर्थन मूल्य की बात करें तो सरकार 2125 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से अन्नदाताओं का पीला सोना खरीदा जा रहा है.
भिवानी जिला के नंदगांव से गेहूं लेकर आए किसान का कहना था, कि मौसम खराब होने के कारण लेट कटाई हुई है. जिसकी वजह से गेहूं देरी से आ रहा है. उन्होंने कहा 2125 रुपए रेट बताया गया है. उनका कहना था कि कम से कम 3 हजार रुपये प्रति क्विंटल गेहूं का भाव किया जाए, तो बारिश से खराब हुई गेहूं की फसल से थोड़ा फायदा किसानों को मिल सकता है.
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वहीं, भिवानी अनाज मंडी प्रधान राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि खराब मौसम होने के कारण गेहूं की आवक में देरी हुई है. गेहूं की लेट कटाई होने के कारण देरी से किसान गेहूं लेकर आ रहा हैं. उन्होंने कहा कि शुरुआती दौर में 3 से 4 क्विंटल ही गेहूं की आवक हुई है. लेकिन, आने वाले 3-4 दिनों में जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी गेहूं की आवक भी जोर पकड़ने लगेगी.