भिवानी: रविवार को गिगनाऊ गांव भिवानी में किसानों ने महापंचायत का आयोजन किया. कृषि मंत्री जेपी दलाल के विवादित बयान के खिलाफ सर्वखाप एकजुट हुई. इस महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा ने भी हिस्सा लिया. महापंचायत में फैसला किया गया कि कृषि मंत्री जेपी दलाल का सामाजिक और राजनीतिक बायकॉट किया जाएगा.
भिवानी में एक कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री जेपी दलाल ने किसान नेताओं को लेकर विवादित बयान दिया था. कृषि मंत्री कहा था कि इनकी घर में कोई नहीं सुनता और बाहर इन्होंने किसानों का ठेका उठाया हुआ है. कृषि मंत्री ने कहा था कि मैं इन्हें अच्छे से जानता हूं. किसी की बहू भाग रही है, किसी की बेटी भाग रही है और ये लोग किसानों के हितैषी बने फिरते हैं. इस बयान के बाद से किसानों में रोष है. वो जगह-जगह कृषि मंत्री के इस बयान का विरोध कर रहे हैं.
खाप पदाधिकारियों ने बगैर किसी का नाम लिए कहा कि ये कोई राजनीतिक पंचायत नहीं हैं. उन्होंने कहा कि गलती करने वाले के पास एक ही चारा है कि वो खाप पंचायतों से सार्वजनिक रूप से माफी मांग लें. नहीं तो एसकेएम और खापों के द्वारा लिए गया फैसला अडिग रहेगा. सर्व जातीय श्योराण खाप 84 के प्रधान कर्मबीर फरटिया ने कहा कि कृषि मंत्री के बयान को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री का सामाजिक और राजनीतिक बायकॉट करने का फैसला किया गया है. पंचायत के फैसले के अनुसार एसकेएम के तहत आने वाले सभी 16 संगठनों द्वारा कृषि मंत्री के किसी भी राजकीय कार्यक्रम का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाएगा. इस महापंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता और एसकेएम के वरिष्ठ किसान नेता राकेश टिकैत, सर्व जातीय श्योराण खाप 84 के प्रधान कर्मबीर फरटिया, भाकियू युवा प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद के साथ कई किसान नेता मौजूद रहे.