भिवानीः लोहारू की बहल अनाज मंडी के सरसों खरीद केन्द्र में टोकन घोटाले की जांच की मांग के लिए धरने पर बैठे किसानों की मांगों को अब प्रशासन ने मान लिया है. पिछले 26 दिनों से लगातार दिए गए धरने के बाद सोमवार की प्रदेश स्तरीय महापंचायत में प्रशासन को झुकना पड़ा और घोटाले की जांच कराने की मांग को मान लिया.
घोटाले की जांच का दिया आश्वासन
पंचायत में लोहारू के तहसीलदार ने किसानों को लिखित में दिया कि घोटाले की जांच एसडीएम की अध्यक्षता में नियुक्त कमेटी द्वारा की जाएगी.
प्रशासन को किसानों का अल्टीमेटम
महापंचायत में नए ट्यूबवेल कनेक्शनों से अनावश्यक शर्तें हटाने और सरसों बिक्री से वंचित रहे किसानों का मामला जोरशोर से उठाया गया. कनेक्शन प्रक्रिया से शर्त हटाने व किसानों ने सरसों खरीद फिर से शुरू करवाने के लिए सरकार को 2 जून तक अल्टीमेटम दिया है.
बड़ी संख्या में एकजुट हुए किसान
किसानों ने एलान किया है कि अगर सात दिनों में सरकार ने दोनों मांगें नहीं मानी तो किसान 3 जून को बहल में प्रदेश स्तरीय पंचायत कर बड़े आंदोलन का शंखनाद करेंगे. सोमवार को अनाज मंडी परिसर में आयोजित पंचायत में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में किसान इकट्ठे हुए. किसानों को संबोधित करते हुए भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष रतन मान ने कहा कि सरकार किसान को अन्नदाता कहती है पर उसकी सुनवाई नहीं करती है. अपनी जायज मांग के लिए हर बार संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ता है.