भिवानी: अनुसूचित जाति/जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग कर्मचारी यूनियन की सिटी यूनिट का एक्सईएन के खिलाफ धरना तीसरे दिन भी जारी है. इस मौके पर यूनियन के उपप्रधान मंजीत इंदौरा ने सिटी एक्सईएन पर कर्मचारियों का तबादला जातिगत आधार पर करने और पिछड़े व अनुसूचित जाति के कर्मचारियों को प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं.
उन्होंने कहा कि सिटी एक्सईएन द्वारा अपने जाति के लोगों और रिश्तेदारों को जोकि तकनीकी कर्मचारी है. उनको दफ्तरों में बैठाकर फ्री में सैलरी दी जा रही है. जबकि फील्ड में तकनीकी कर्मचारियों की कमी है और तकनीकी कर्मचारियों की फील्ड में कमी होने के कारण रोजाना कर्मचारी दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि 33-केवी हुडा सब-स्टेशन पर कार्यरत पिछड़ा वर्ग से संबंधित महिला कर्मचारियों को लगातार परेशान एवं प्रताड़ित किया जा रहा है. निगम में स्थायी रूप से कार्यरत एसए महिला कर्मचारियों को छुट्टी तक नहीं दी जा रही है, इनको छुट्टी देने से साफ मना कर दिया गया.
मंजीत इंदौरा ने बताया कि निगम हिदायतों के अनुसार एक सब-स्टेशन पर पांच का स्टाफ लगाया जाना चाहिए. जबकि सिटी एक्सईएन निगम की सभी हिदायतों को ताक पर रख कर कहीं तो 10 कर्मचारी लगाए गए हैं और कहीं पर केवल 3 या 4 कर्मचारी ही लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि ये भेदभाव जब तक दूर नहीं किया जाएगा, तब तक उनका धरना और विरोध जारी रहेगा.
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