भिवानी: हरियाणा के भिवानी में साइबर क्राइम पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने 3 साइबर ठगों को गिरफ्तार (Cyber fraud accused arrested in Bhiwani) किया है जो सगे भाई हैं. आरोपियों में सबसे छोटा भाई नाबालिग है. आरोपी नशे की लत के कारण साइबर फ्रॉड करने लगे जिसके चलते आज ये पुलिस की गिरफ्त में हैं. ये तीनो भाई साइबर फ्रॉड कर लोगो के खाते से रुपये (Cyber fraud in Bhiwani) निकालते थे और इन रुपयों से तीनो नशा करते थे.
आरोपियों ने जिले में कई लोगों के खातों से रुपये निकाले हैं. साइबर क्राइम पुलिस भिवानी (cyber crime police Bhiwani) के पास फ्रॉड की कई शिकायतें आई थी. जिसके बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी. भिवानी साइबर क्राइम पुलिस के एएसआइ विजय कुमार ने बताया की तोशाम के खरकड़ी मख्वान निवासी दीपक ने थाने में फ्रॉड की शिकायत की थी. उसने बताया था कि 25 मई 2021 को उसके खाते से 99 हजार रुपये निकाले गए.
उसकी शिकायत पर मामला दर्ज कर सीआईए ने जांच शुरू की. लेकिन आरोपी सीआईए की पकड़ में नही आये. मामला साइबर थाने में पहुंचा तो साइबर क्राइम पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें एक आरोपी नाबालिग है. एएसआइ विजय कुमार ने बताया कि तीनों आरोपी नूंह जिले के पुन्हाना थाने के गांव खेड़ा के रहने वाले हैं. आरोपियों में एक नाबालिग है जिसे फरीदाबाद के जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में पेश किया गया.
जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में पेश कर नाबालिग आरोपी को सुधार गृह में भेज दिया गया. बाकि दो आरोपियों से पुलिस पूछताछ जारी है. पुलिस ने आरोपियों से 43 हजार रुपये भी बरामद किए हैं. पकड़े गए आरोपियों के नाम सरफराज व अंसार हैं. पुलिस दोनों को आज न्यायालय में पेश करेगी. उन्होंने बताया कि आरोपियों को बेरी झज्जर से गिरफ्तार किया गया है.
तीनों आरोपियों के साथ ठगी की वारदातों को अंजाम देने में एक ओर मास्टर माइंड है. वह अभी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है. पुलिस ने आरोपियों से एक आधार कार्ड बरामद किया है. आरोपी आधार कार्ड को एडिट करके सिम लेते थे और फिर ठगी करते थे.
इसे भी पढ़ें- Cyber Crime in Sonipat: ट्रांसफार्मर बनाने वाली कंपनी का बैंक अकाउंट हैक कर 1.89 करोड़ की ठगी