भिवानी: भिवानी का नागरिक अस्पताल एक बार फिर कोरोना योद्धाओं की जानलेवा लापरवाही से सवालों के घेरे में है. यहां एक कोरोना मरीज अस्पताल के बाहर बेसुध मिला. परिजनों ने सूचना पाकर भर्ती करवाया. तो चंद पलों बाद उसकी मौत हो गई. रोते बिलखते भाई ने स्वास्थ्य मंत्री से कड़ी कार्रवाई कर न्याय दिलाने की मांग की है.
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मृतक के परिजन उमेद का आरोप है कि उसने अपने भाई को कल कोरोना पॉजिटिव होने पर भिवानी के चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया, लेकिन देर रात किसी ने फोन कर बताया कि उसका भाई अस्पताल के बाहर बेसुध पड़ा हुआ है.
उमेद ने बताया कि जिसके बाद वो अस्पताल पहुंचा और अपने भाई को उठा कर दोबार आईसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाने गया. तो यहां पूरा स्टाफ सो रहा था और वार्ड के सभी दरवाजे खुले पड़े थे. उमेद का आरोप है कि उसने अपने भाई के इलाज के लिए हर जगह फोन किया. पर किसी ने फोन नहीं उठाया. काफी देर बाद उसके भाई का इलाज शुरू किया गया और उसे बाहर निकाल दिया व चंद पलों बाद कहा गया कि उसका भाई मर चुका है.
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उमेद ने अपने 45 वर्षीय भाई हरीपाल की मौत के लिए डॉक्टरों की लापरवाही बताया है और सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अनील वीज से सख्त कार्रवाई कर न्याय की मांग की है. ताकि भविष्य में यहां किसी और आदमी को बे मौत ना मरना पड़े. आईसोलेशन वार्ड से मरीज का गायब होना अपने आप में बड़ी और गंभीर लापरवाही है. जो जानलेवा साबित हुई है. ऐसे में अब आनन फानन में कार्यकारी सीएमओ डॉ कृष्ण कुमार ने जांच कमेटी बैठाई है और जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया है.