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एक यूनिट ब्लड से बच सकेगी 3 मरीजों जान! भिवानी सिविल हॉस्पिटल में लगी कंपोनेंट मशीन - bhiwani govt hospital

भिवानी के ब्लड बैंक को जिला स्तरीय ब्लड बैंक बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. भिवानी सामान्य अस्पताल के ब्लड बैंक में अब ब्लड कंपोनेंट अलग-अलग रखे जाएंगे. इसके लिए सामान्य अस्पताल में दो नई मशीनें लगाई गई हैं.

Component machine installed in Bhiwani General Hospital
Component machine installed in Bhiwani General Hospital
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Published : Jan 10, 2020, 5:14 PM IST

भिवानी: अब भिवानी सामान्य अस्पताल में ही ब्लड के सभी कंपोनेंट को अलग करने की व्यवस्था होगी और मरीजों को इसका सीधा फायदा होगा. सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि मरीजों को ब्लड के जिस कंपोनेंट की जरूरत होगी वो ही दिया जा सकेगा न की पूरा ही ब्लड दिया जाएगा. इसका एक और बड़ा फायदा ये होगा कि एक यूनिट ब्लड से 3 मरीजों को रक्त कंपोनेंट की पूर्ति हो सकती है.

एक यूनिट से बचाई जाएगी तीन मरीजों की जान
इसके लिए ब्लड बैंक में दो ब्लड कंपोनेंट सप्रेशन नई मशीनें आई हैं, इन्हें जल्द ही इंस्टॉल कर शुरू किया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग के पीएमओ रघुवीर शाडिलय ने बताया कि मानव के रक्त में प्लाज्मा प्लेटलेट्स,पेक्ट रेड ब्लड सेल्स सिरम आरबीसी नाम के कंपोनेंट होते हैं, जिनसे खून की एक यूनिट से 3 रोगियों की जान बचाई जा सकती है.

एक यूनिट रक्त से 3 मरीजों की बचाई जाएगी जान, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- तहसील कार्यालय गुहला में गुल हुई बत्ती तो नदारद हुए कर्मचारी, पूरे दिन परेशान रही जनता

उन्होंने बताया कि अब तक सामान्य अस्पताल मे सिर्फ वैकल्पिक व्यवस्था के तहत ही कार्य चल रहा था. यानी किसी मरीज को प्लेटलेट की जरूरत है तो उसे फेस ब्लड दे दिया जाता था. अन्य मामलों जैसे प्लाज्मा रेड ब्लड सेल्स, सीरम, आरसीबी की जरूरत पर भी पूरा ब्लड चढ़ाया जाता था. ऐसे में ब्लड की एक यूनिट जो तीन मरीजों के काम आ सकती थी उसे एक ही मरीज को चढ़ाया जाता था.

'सामान्य अस्पताल को बनाया जाएगा जिला रक्त कोष विभाग'
उन्होंने बताया कि भिवानी सामान्य अस्पताल में स्थित ब्लड बैंक को जिला स्तर का रक्त कोष विभाग बनाने की तैयारी चल रही है. सरकारी अस्पताल में दाखिल मरीजों को ब्लड की जरूरत पड़ने पर ब्लड बैंक से नि:शुलक रक्त दिया जाता है. जबकि प्राइवेट अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए रक्त की जरूरत पड़ने पर 1050 की फीस निर्धारित की गई है.

भिवानी: अब भिवानी सामान्य अस्पताल में ही ब्लड के सभी कंपोनेंट को अलग करने की व्यवस्था होगी और मरीजों को इसका सीधा फायदा होगा. सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि मरीजों को ब्लड के जिस कंपोनेंट की जरूरत होगी वो ही दिया जा सकेगा न की पूरा ही ब्लड दिया जाएगा. इसका एक और बड़ा फायदा ये होगा कि एक यूनिट ब्लड से 3 मरीजों को रक्त कंपोनेंट की पूर्ति हो सकती है.

एक यूनिट से बचाई जाएगी तीन मरीजों की जान
इसके लिए ब्लड बैंक में दो ब्लड कंपोनेंट सप्रेशन नई मशीनें आई हैं, इन्हें जल्द ही इंस्टॉल कर शुरू किया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग के पीएमओ रघुवीर शाडिलय ने बताया कि मानव के रक्त में प्लाज्मा प्लेटलेट्स,पेक्ट रेड ब्लड सेल्स सिरम आरबीसी नाम के कंपोनेंट होते हैं, जिनसे खून की एक यूनिट से 3 रोगियों की जान बचाई जा सकती है.

एक यूनिट रक्त से 3 मरीजों की बचाई जाएगी जान, देखें वीडियो

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उन्होंने बताया कि अब तक सामान्य अस्पताल मे सिर्फ वैकल्पिक व्यवस्था के तहत ही कार्य चल रहा था. यानी किसी मरीज को प्लेटलेट की जरूरत है तो उसे फेस ब्लड दे दिया जाता था. अन्य मामलों जैसे प्लाज्मा रेड ब्लड सेल्स, सीरम, आरसीबी की जरूरत पर भी पूरा ब्लड चढ़ाया जाता था. ऐसे में ब्लड की एक यूनिट जो तीन मरीजों के काम आ सकती थी उसे एक ही मरीज को चढ़ाया जाता था.

'सामान्य अस्पताल को बनाया जाएगा जिला रक्त कोष विभाग'
उन्होंने बताया कि भिवानी सामान्य अस्पताल में स्थित ब्लड बैंक को जिला स्तर का रक्त कोष विभाग बनाने की तैयारी चल रही है. सरकारी अस्पताल में दाखिल मरीजों को ब्लड की जरूरत पड़ने पर ब्लड बैंक से नि:शुलक रक्त दिया जाता है. जबकि प्राइवेट अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए रक्त की जरूरत पड़ने पर 1050 की फीस निर्धारित की गई है.

Intro:REPORT BY INDERVESH BHIWANI

अब एक  यूनिट रक्त से 3 मरीजों की  बचाई जाएगी जान, 
 भिवानी के ब्लड बैंक को जिला स्तरीय ब्लड बैंक बनाने की तैयारी शुरू भिवानी सामान्य अस्पताल के ब्लड बैंक में अलग अलग रखे जाएंगे  ब्लड के कंपोनेंट ,सामान्य अस्पताल भिवानी ब्लड बैंक में आई ब्लड सेपरेट करने की दो नई मशीनें
 भिवानी 10 जनवरी  ।  अब भिवानी सामान्य अस्पताल में ही ब्लड के सभी कंपोनेंट को अलग करने की व्यवस्था होगी और मरीजों को इसका सीधा फायदा होगा । सबसे बड़ा बेनिफिट यह होगा कि मरीजों को ब्लड के जिस कंपोनेंट की जरूरत होगी वह ही दिया जा सकेगा कि न की पूरा ही ब्लड दिया जाए । इसका एक और बड़ा फायदा यह होगा कि एक यूनिट ब्लड से 3 मरीजों को रक्त कंपोनेंट की पूर्ति हो सकती है।  इसके लिए ब्लड बैंक में  दो ब्लड कंपोनेंट सप्रेशन नई मशीनें आई है इन्हें जल्द ही इंस्टॉल कर शुरू किया जाएगा। 
 Body:स्वास्थ्य विभाग के पीएमओ रघुवीर शाडिलय ने बताया कि मानव के रक्त में प्लाज्मा प्लेटलेट्स ,पेक्ट रेड ब्लड सेल्स सिरम आरबीसी नाम के कंपोनेंट होते हैं जिनसे खून की एक यूनिट से 3 रोगियों की जान बचाई जा सकती है ।  अब तक सामान्य अस्पताल मे सिर्फ वैकल्पिक व्यवस्था के तहत ही कार्य चल रहा था।  यानी किसी मरीज को प्लेटलेट की जरूरत है तो उसे फेस ब्लड दे दिया जाता था ।  अन्य केसों जैसे प्लाज्मा रेड ब्लड सेल्स ,सीरम ,आरसीबी की जरूरत पर भी पूरा वर्ल्ड  चढ़ाया जाता था।  ऐसे में ब्लड की एक यूनिट जो तीन मरीजों के काम आ सकती थी उसे एक ही मरीज को चढ़ाया जाता था, इतना ही नहीं मरीज के शरीर में भी जिस कंप्लेंट की आवश्यकता रहती है इसके अलावा भी अन्य कंपोनेंट ब्लड के रूप में दिए जाते थे, मगर अब ऐसा नहीं होगा ।  इसके लिए सामान्य अस्पताल में दो ब्लड कंपोनेंट सप्रेशन  मशीन आई है।     भिवानी अस्पताल में स्थित ब्लड बैंक को जिला स्तर का रक्त कोष विभाग बनाने की तैयारी चल रही है।  

Conclusion:सरकारी अस्पताल में दाखिल मरीजों को ब्लड की जरूरत पड़ने पर ब्लड बैंक से निशुलक  रक्त दिया जाता है ।  जबकि प्राइवेट अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए रक्त की जरूरत पड़ने पर 1050 की फीस निर्धारित की गई है तथा इन अलग कैंपामेंटो को रखने के लिए सामान्य अस्पताल में तीन अलग-अलग फ्रीजो में इसे रखा जाएगा भिवानी सामान्य अस्पताल के ब्लड बैंक को अब जिला स्तर का ब्लड बैंक बनाने की तैयारी विभाग में  शुरू हो गई।

वाइट डॉ रघुवीर शाडिलय पीएमओ सामान्य अस्पताल भिवानी
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