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पंचतत्व में विलीन हुए कैप्टन निदेश, ग्रेनेड ड्रिल के दौरान बम फटने से हुए थे शहीद - Harayan hindi news

जम्मू में सेना की ग्रेनेड ड्रिल के दौरान भिवानी के गांव नंदगांव रहने वाले कैप्टन निदेश सिंह शहीद हो गए (Captain Nidesh Singh Martyred in मंगलवार सुबह करीब 12 बजे उनके पार्थिव शरीर को गांव लाया गया. जहां राष्ट्रीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई. सेना के अधिकारियों व जवानों ने राजकीय सम्मान के साथ उन्हें सलामी दी. पढ़ें पूरी खबर...

पंचतत्व में विलीन हुए कैप्टन निदेश
पंचतत्व में विलीन हुए कैप्टन निदेश
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Published : Nov 29, 2022, 5:52 PM IST

Updated : Nov 29, 2022, 6:00 PM IST

भिवानी: जम्मू में सेना की ग्रेनेड ड्रिल के दौरान भिवानी के रहने वाले कैप्टन निदेश सिंह शहीद हो गए हैं. कैप्टन निदेश भिवानी के गांव नंदगांव के रहने वाले थे. मंगलवार सुबह करीब 12 बजे उनके पार्थिव शरीर को गांव लाया गया. जहां राष्ट्रीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई. सेना के अधिकारियों व जवानों ने राजकीय सम्मान के साथ उन्हें सलामी दी. निदेश 2 बहनों के इकलौते भाई थे. उनकी बड़ी बहन एयरफोर्स में डॉक्टर हैं. वहीं, पिता भी सूबेदार मेजर के पद से रिटायर हुए थे. (Captain Nidesh Singh Martyred in Jammu).

एनडीए के जरिए हुए थे भर्ती: 26 सितंबर 1998 को गांव नंदगांव में जन्मे कैप्टन निदेश सिंह एनडीए के जरिए 12 दिसंबर 2020 को सेना में भर्ती हुऐ थे. इनके पिता दीवान सिंह आर्मी से सूबेदार मेजर पद से रिटायर्ड हैं और मां मनोज यादव गृहिणी हैं. शहीद निदेश 2 बहनों के भाई थे. बड़ी बहन मनीषा यादव एयरफोर्स में डॉक्टर हैं. छोटी बहन अल्का यादव दिल्ली की निजी कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर पद पर कार्य कर रही है. कैप्टन के शहीद होने पर गांव व जिले के लोगों में दुख का माहौल है और साथ में गर्व भी की देश की रक्षा के लिए सेना में गए निदेश देश के काम आए.

पंचतत्व में विलीन हुए कैप्टन निदेश.

24 साल की उम्र में शहादत: पूर्व सैनिक संघ भिवानी के जिला अध्यक्ष महेश चौहान ने बताया कि उनकी मात्र 24 साल की थी. वे 18 सिख लाइट इन्फेंट्री यूनिट में तैनात थे. सोमवार को दिन में ग्रेनेड ड्रिल के दौरान भिवानी के लाल कैप्टन निदेश सिंह शहीद हो गए. निदेश की अभी शादी भी नही हुई थी.

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ये भी पढ़ें: रेवाड़ी में युवक ने फांसी लगाकर की खुदकुशी, ससुराल वालों के खिलाफ केस दर्ज

भिवानी: जम्मू में सेना की ग्रेनेड ड्रिल के दौरान भिवानी के रहने वाले कैप्टन निदेश सिंह शहीद हो गए हैं. कैप्टन निदेश भिवानी के गांव नंदगांव के रहने वाले थे. मंगलवार सुबह करीब 12 बजे उनके पार्थिव शरीर को गांव लाया गया. जहां राष्ट्रीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई. सेना के अधिकारियों व जवानों ने राजकीय सम्मान के साथ उन्हें सलामी दी. निदेश 2 बहनों के इकलौते भाई थे. उनकी बड़ी बहन एयरफोर्स में डॉक्टर हैं. वहीं, पिता भी सूबेदार मेजर के पद से रिटायर हुए थे. (Captain Nidesh Singh Martyred in Jammu).

एनडीए के जरिए हुए थे भर्ती: 26 सितंबर 1998 को गांव नंदगांव में जन्मे कैप्टन निदेश सिंह एनडीए के जरिए 12 दिसंबर 2020 को सेना में भर्ती हुऐ थे. इनके पिता दीवान सिंह आर्मी से सूबेदार मेजर पद से रिटायर्ड हैं और मां मनोज यादव गृहिणी हैं. शहीद निदेश 2 बहनों के भाई थे. बड़ी बहन मनीषा यादव एयरफोर्स में डॉक्टर हैं. छोटी बहन अल्का यादव दिल्ली की निजी कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर पद पर कार्य कर रही है. कैप्टन के शहीद होने पर गांव व जिले के लोगों में दुख का माहौल है और साथ में गर्व भी की देश की रक्षा के लिए सेना में गए निदेश देश के काम आए.

पंचतत्व में विलीन हुए कैप्टन निदेश.

24 साल की उम्र में शहादत: पूर्व सैनिक संघ भिवानी के जिला अध्यक्ष महेश चौहान ने बताया कि उनकी मात्र 24 साल की थी. वे 18 सिख लाइट इन्फेंट्री यूनिट में तैनात थे. सोमवार को दिन में ग्रेनेड ड्रिल के दौरान भिवानी के लाल कैप्टन निदेश सिंह शहीद हो गए. निदेश की अभी शादी भी नही हुई थी.

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Last Updated : Nov 29, 2022, 6:00 PM IST
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