भिवानी: हरियाणा के खिलाड़ियों ने दुनियाभार में देश का नाम रौशन किया है. वहीं भिवानी जिले के खिलाड़ियों ने खेलों में अलग ही मुकाम हासिल करके देश की साख बढ़ाई है. लेकिन स्कूली स्तर पर बच्चों के मन में खेल के लौ जलाने वाले शारीरिक शिक्षक अपनी ही मांगों को लेकर दर-दर भटकने को मजबूर हैं. शिक्षकों की कहीं भी सुनवाई नहीं रो रही है.
मंगलवार को अपनी लंबित मांगों को लेकर हरियाणा शारीरिक शिक्षक एसोसिएशन के जिला प्रधान सोमदत्त शर्मा और जिला महासचिव विनोद पिंकू के नेतृत्व में शारीरिक शिक्षकों ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो वे खिलाड़ियों को साथ लेकर सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे.
ज्ञापन के माध्यम से जिला प्रधान सोमदत्त शर्मा व जिला महासचिव विनोद पिंकू ने मांग की है कि स्थानांतरण प्रक्रिया में डीपीई/पीटीआई के अलग-अलग स्टेशन खोले जाएं क्योंकि दोनों की पोस्ट अलग-अलग है. डीपीई की पोस्ट टीजीटी है जबकि पीटीआई की पोस्ट सीएंडवी है. डीपीई व पीटीआई को आगामी वर्ष के खेलों को देखते हुए एमडीएम का प्रभारी नहीं बनाया जाये. खिलाड़ियों का स्पोर्ट फंड जल्द से जल्द जारी किया जाये.
शिक्षकों ने कहा कि विभाग द्वारा राज्य स्तरीय खेलों के लिए बढ़ाई गई खुराक भत्ता राशि 200 रुपये आगामी खेलों में दिए जाने चाहिए. इसके साथ ही ब्लॉक स्तर पर होने वाले खेलों के लिए अलग से बजट दिए जाने, वरिष्ठता सूची जारी कर प्रमोशन लिस्ट जारी करने, गत वर्ष आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों का खुराक भत्ता दिए जाने, राज्य स्तरीय स्कूली खेल प्रतियोगिता में टीम इंचार्ज को खेल किट दिए जाने तथा आयोजन करवाने वाले शारीरिक शिक्षकों को भी सम्मानित किए जाने की मांग की. शिक्षकों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे खिलाड़ियों के साथ मिलकर सड़क पर उतरेंगे.
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