भिवानी: बैंकों के निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों में रोष बढ़ता जा रहा है. बता दें कि सरकार द्वारा किए जा रहे बैंकों के निजीकरण के विरोध में स्थानीय यूको बैंक में कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर जोरदार नारेबाजी की है. कर्मचारियों ने कामरेड कंवर सिंह, कामरेड चिरंजीलाल और सत्यशील कौशिक की संयुक्त अगुवाई में प्रदर्शन किया है.
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बैंक कर्मचारियों ने कहा कि उनका यह प्रदर्शन 14 मार्च तक चलेगा. कर्मचारियों ने बताया कि 15 और 16 मार्च को 2 दिवसीय हड़ताल की जाएगी. अगर फिर भी सरकार नहीं मानी तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.
कर्मचारियों ने बताया कि सरकार एक-एक करके सभी सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण और अप्रत्यक्ष रूप से जनता का शोषण करने वाले काम कर रही है. सरकार की नजर जनता द्वारा जमा की गई मेहनत की कमाई पर आ गई है.
सरकार ने पहले बैंकों के विलय के द्वारा शुरुआत की. अब बैंकों का निजीकरण करके बैंकों में जनता की जमा राशि पर सरकार की नजर है. उन्होंने बताया कि पीएमसी बैंक का दिवालिया होना इसी का उदाहरण है.
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कर्मचारियों ने बताया कि सरकार ने पहले तो बैंकों में जमा राशि को लोन के रूप में बड़े घरानों को वितरित किया. इसके बाद सरकार ने उनको बैलेंस शीट से राइट ऑफ करा दिया. जिसके चलते बैंक घाटे में चले गए.
सरकार ने ऐसा इसलिए किया जिससे जनता को यह लगे कि बैंक सही तरीके से कार्य नहीं कर रहे हैं. बैंकों को दोषी दिखाकर बैंकों का निजीकरण किया जा सके. इससे सरकार को जनता का समर्थन भी मिलता रहे.इससे लोगों को लगेगा कि सरकार बैंकों का निजीकरण इसलिए कर रही है क्योंकि बैंक सही तरीके से काम नहीं कर रहे हैं.
कर्मचारियों ने बताया कि अब जनता और कर्मचारी वर्ग भी जागरूक हो गया है. कर्मचारियों ने कहा कि अब सरकार को उसके नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं होने देंगे.