भिवानी: हरियाणा के जिला भिवानी में गांव दुल्हेड़ी के युवाओं ने सामूहिक प्रयास व श्रमदान से एक अनूठी मिसाल पेश की है. जिसे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है. इन्ही के प्रयासों का नतीजा है कि गांव दुल्हेड़ी का कोई भी व्यक्ति अपने घर के आस-पास कूड़ा नहीं डालता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा साल 2014 में दो अक्टूबर को शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान से प्रेरित होकर इस गांव के युवा प्रतिदिन सुबह 4 बजे से 7 बजे तक गांव की सफाई करते हैं.
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साल 2014 में गांव के युवा पवन सैनी व उसके दो साथियों ने गांव की गलियों में सफाई की काम शुरू किया. समय के साथ यह कारवां आगे बढ़ता गया. जिसमें गांव के युवाओं के अलावा, अध्यापक, रिटायर्ड फौजी और किसान जुड़ते गए. जिसमें करीब 80 स्वैच्छिक सफाई कर्मियों की टीम ने दुल्हेड़ी गांव में सफाई का बीड़ा उठाया. आज गांव दुल्हेड़ी के हर घर से कूड़े का उठान एक ट्रॉली के माध्यम से होता है.
ग्रामीणों के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा पीएम मोदी मन की बात के 98वें एपिसोड में कर चुके हैं. जिसके बाद से इस गांव के युवाओं का उत्साह और भी बढ़ गया. उन्होंने अपने गांव से बाहर निकलकर अन्य जिलों में भी स्वच्छता अभियान की शुरुआत की है. ग्रामीणों ने सफाई अभियान को बढ़ावा देते हुए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है.
ग्रामीणों ने बताया कि उनकी टीम प्रतिदिन सुबह अपनी ड्रेस पहनकर गांव में सफाई करती है. जिसमें पूरा गांव सहयोग करता है. सफाई कार्यों के लिए उपयोग होने वाले झाड़ू, कस्सी, तसले व अन्य सामान का खर्च गांव के सभी लोग आपस में मिलकर उठाते हैं. बगैर प्रशासनिक सहयोग के यह कार्य उनके गांव से बेहतर तरीके से चल रहा है. खुद प्रदेश के सीएम मनोहर लाल भी उनके गांव में पहुंचकर उनके इस कार्य की सराहना कर चुके हैं. जिला प्रशासन द्वारा भी यहां पर सफाई अभियान को देखने के लिए आते हैं. इसके अलावा गांव के युवाओं ने गांव में एक हजार से अधिक पौधों का रोपण किया हुआ है. वे इन पौधों में पानी डालने के अलावा पशु-पक्षियों को खाना खिलाने का कार्य भी करते हैं.
गांव की महिलाओं का कहना है कि गांव के युवाओं द्वारा बेहतरीन कार्य किया जा रहा है. जिसके चलते गांव की महिलाओं को कूड़ा डालने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता. उनके घर से ही युवाओं की टीम सारा कूड़ा उठाकर ले जाते हैं. गांव में सफाई रहती है और लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर बना रहता है. युवाओं द्वारा सफाई अभियान केवल गांव में ही नहीं, बल्कि अन्य आस-पास के इलाकों में भी किया जा रहा है. युवाओं के इस प्रयास के माध्यम से समाज में सही संदेश जा रहा है. जो पर्यावरण संरक्षण के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है.