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चिंतित न हों किसान, बदलता मौसम गेहूं, चना, सरसों के लिए लाभदायक: कृषि वैज्ञानिक

इस समय मौसम में हो रहा बदलवा किसानों के लिए फायदेमंद है. दिन और रात में मौसम हो रहे बदलाव से गेहूं, सरसों और चने की फसल को अधिक लाभ मिलेगा. वहीं सूखे पाले से बचाव के लिए किसान सिंचाई की उचित व्यवस्था रखें.

beneficial weather for ravi crops
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Published : Dec 24, 2019, 9:11 PM IST

भिवानी: प्रदेश सहित दक्षिण हरियाणा में तापमान में आई कमी को कृषि वैज्ञानिकों ने रबी की फसलों के लिए फायदेमंद बताया है. दिन और रात के तापमान में कम अंतर होने का फायदा सीधे रूप से गेहूं, सरसों और चने की फसल को मिलेगा. कम तापमान इन फसलों के फुटाव और बढ़वार के लिए फायदेमंद साबित होता है.

रवि फसल के लिए लाभदायक मौसम

भिवानी कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश ने किसानों को सलाह दी है कि कम तापमान से गेहूं, सरसों और चने की फसलों को लाभ हेागा, परन्तु किसानों को इन फसलों में समुचित सिंचाई का प्रबंधन जरूर करना चाहिए. दिन और रात के तापमान में अंतर कम होने से गेहूं, सरसों और चने की फसलों में बढ़ोत्तरी होती है, क्योंकि ये फसलें ठंड में परिपक्व होती है? कम तापमान इन फसलों में फुटाव लाता है.

चिंतित न हों किसान, बदलता मौसम गेहूं, चना, सरसों के लिए लाभदायक: कृषि वैज्ञानिक

ठंड से परेशन न हों किसान

अभी तक दक्षिण हरियाणा क्षेत्र में सूखा पाला नहीं पड़ा है, इसीलिए ये मौसम रबी की फसलों के लिए लाभदायक है. डॉ. वेदप्रकाश ने बताया कि दिन और रात के तापमान में कम अंतर को लेकर किसान चिंतित न हो, परंतु अपनी फसलों में पानी के प्रबंधन को लेकर ध्यान दे, इससे उन्हे बंपर पैदावार मिलेगी.

ये भी पढे़ं:- अनिल विज ने राहुल और प्रियंका को बताया पेट्रोल बम, बोले- देश को इनसे बचना चाहिए

सूखे पाले से बचाव के लिए सिंचाई

भिवानी जिले के किसान अजय का कहना है कि ये मौसम उनकी गेहूं, सरसों की फसल के लिए अच्छा है. उनकी फसलों को अधिक फुटाव मिल रहा है. उनकी गेहूं और सरसों की फसलों की जड़ों को फैलने का अवसर भी इस तापमान में मिल रहा है. हालांकि उन्होंने माना कि यदि सूखा पाला पड़ता है तो उनकी फसलों को जरूर नुकसान हो सकता है. सूखे पाले से बचाव के लिए किसान सिंचाई का प्रबंध रखें.

भिवानी: प्रदेश सहित दक्षिण हरियाणा में तापमान में आई कमी को कृषि वैज्ञानिकों ने रबी की फसलों के लिए फायदेमंद बताया है. दिन और रात के तापमान में कम अंतर होने का फायदा सीधे रूप से गेहूं, सरसों और चने की फसल को मिलेगा. कम तापमान इन फसलों के फुटाव और बढ़वार के लिए फायदेमंद साबित होता है.

रवि फसल के लिए लाभदायक मौसम

भिवानी कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश ने किसानों को सलाह दी है कि कम तापमान से गेहूं, सरसों और चने की फसलों को लाभ हेागा, परन्तु किसानों को इन फसलों में समुचित सिंचाई का प्रबंधन जरूर करना चाहिए. दिन और रात के तापमान में अंतर कम होने से गेहूं, सरसों और चने की फसलों में बढ़ोत्तरी होती है, क्योंकि ये फसलें ठंड में परिपक्व होती है? कम तापमान इन फसलों में फुटाव लाता है.

चिंतित न हों किसान, बदलता मौसम गेहूं, चना, सरसों के लिए लाभदायक: कृषि वैज्ञानिक

ठंड से परेशन न हों किसान

अभी तक दक्षिण हरियाणा क्षेत्र में सूखा पाला नहीं पड़ा है, इसीलिए ये मौसम रबी की फसलों के लिए लाभदायक है. डॉ. वेदप्रकाश ने बताया कि दिन और रात के तापमान में कम अंतर को लेकर किसान चिंतित न हो, परंतु अपनी फसलों में पानी के प्रबंधन को लेकर ध्यान दे, इससे उन्हे बंपर पैदावार मिलेगी.

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सूखे पाले से बचाव के लिए सिंचाई

भिवानी जिले के किसान अजय का कहना है कि ये मौसम उनकी गेहूं, सरसों की फसल के लिए अच्छा है. उनकी फसलों को अधिक फुटाव मिल रहा है. उनकी गेहूं और सरसों की फसलों की जड़ों को फैलने का अवसर भी इस तापमान में मिल रहा है. हालांकि उन्होंने माना कि यदि सूखा पाला पड़ता है तो उनकी फसलों को जरूर नुकसान हो सकता है. सूखे पाले से बचाव के लिए किसान सिंचाई का प्रबंध रखें.

Intro:रिपोर्ट इन्द्रवेश भिवानी
दिनांक 24 दिसंबर।
कम तापमान रबी की फसलों के लिए लाभयदा : कृषि वैज्ञानिक
दिन व रात के तापमान में कम अंतर से गेहूं, सरसो व चने की फसलों को बढ़वार व फुटाव का मिल रहा है मौका : कृषि वैज्ञानिक
फसलों में पानी के उचित प्रबंधन की कृषि वैज्ञानिकों ने दी सलाह
किसानों ने भी माना : कम तापमान से बढ़ेगी पैदावार
प्रदेश सहित दक्षिण हरियाणा में तापमान में आई कमी को कृषि वैज्ञानिकों ने रबी की फसलों के लिए फायदेमंद बताया है। दिन व रात के तापमान में कम अंतर होने का फायदा सीधे रूप से गेहूं, सरसो व चने की फसल को मिलेगा। क्योंकि कम तापमान इन फसलों के फुटाव व बढ़वार के लिए फायदेमंद साबित होता है।
Body: भिवानी कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश ने किसानों को सलाह दी है कि कम तापमान से गेहूं, सरसो व चने की फसलों को लाभ हेागा, परन्तु किसानों को इन फसलों में समुचित सिंचाई का प्रबंधन जरूर करना चाहिए। उन्होंने बताया कि दिन व रात के तापमान में अंतर कम होने से गेहूं, सरसो व चने की फसलों में बढ़ोत्तरी होती है, क्योंकि ये फसलें ठंड में परिपक्व होती है। कम तापमान इन फसलों में फुटाव लाता है तथा फसलों के दाने में बढ़ोत्तरी होती है। उन्होंने कहा कि अभी तक दक्षिण हरियाणा क्षेत्र में सूखा पाला नही पड़ा है। इसीलिए यह मौसम रबी की फसलों के लिए लाभदायक है। डॉ. वेदप्रकाश ने बताया कि दिन व रात के तापमान में कम अंतर को लेकर किसान चिंतित न हो, परन्तु अपनी फसलों में पानी के प्रबंधन को लेकर ध्यान दे, इससे उन्हे बंपर पैदावार मिलेगी।
Conclusion: भिवानी जिले के किसान अजय ने बताया कि यह मौसम उनकी गेहूं, सरसो की फसल के लिए अच्छा है। उनकी फसलों को अधिक फुटाव मिल रहा है। उनकी गेहूं व सरसों की फसलों की जड़ों को फैलने का अवसर भी इस तापमान में मिल रहा है। हालांकि उन्होंने माना कि यदि सूखा पाला पड़ता है तो उनकी फसलों को जरूर नुकसान होगा।
बाईट : डॉ. वेदप्रकाश कृषि वैज्ञानिक एवं अजय किसान।
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