भिवानी में पशु क्रूरता निवारण समिति की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता भिवानी के उपायुक्त नरेश नरवाल ने की. ये बैठक भिवानी लघु सचिवालय स्थित डीआरडीए हॉल में हुई. उपायुक्त नरेश नरवाल ने पशुपालन अधिकारियों, शहरी स्थानीय निकाय और निवारण समिति के गैर सरकारी सदस्यों को निर्देश दिए कि वे पशु तस्करी और पशु क्रूरता पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाएं.
उन्होंने कहा कि अगर कहीं भी जख्मी पशु मिले तो, ऐसे पशुओं के रखरखाव और इलाज के लिए महम रोड़ स्थित श्री गौशाला ट्रस्ट में बनाए गए इंफरमरी सेंटर में पहुंचाया जाए, ताकि उसका जीवन बचाया जा सके. उपायुक्त ने इंफरमरी सेंटर में शेड और अन्य सुविधाओं के लिए 15 लाख रुपए खर्च किए जाने की स्वीकृति प्रदान की. बैठक में डीसी ने निर्देश देते हुए कहा कि बेसहारा गौवंश को पकड़कर गौशालाओं व नंदीशालाओं को छोड़ने के लिए शीघ्र टेंडर आमंत्रित किए जाएं.
पकड़े गए गोवंश को टैग लगाकर गौशाला में भिजवाएं और उनका रिकॉर्ड मेंटेन करें. उन्होंने नगर परिषद को निर्देश दिए कि शहर में घूम रहे आवारा कुत्तों का जल्द से जल्द बधियाकरण करवाने का कार्य करें. डीसी ने निर्देश दिए कि 10 के अंदर-अंदर बेसहारा गौवंश की वास्तविक संख्या की रिपोर्ट भी उनके कार्यालय में भेजी जाए. उन्होंने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में बेसहारा गोवंश के लिए गौचरण भूमि चिन्हित की जाए.
उनके क्षेत्र में मौजूद गौवंश के लिए चारे, पानी व आवास का प्रबंध किया जाए. उपायुक्त ने महम रोड़ स्थित श्री गौशाला ट्रस्ट में स्थित इंफरमरी सेंटर में क्रूरता अधिनियम के तहत पकड़े गए पशुओं के रखरखाव, इलाज व आवास के लिए शेड बनवाने के लिए 15 लाख रुपये, गौशालाओं में गौवंश के इलाज, वैक्सीन व पशुओं के सही ढंग से कंट्रोल करने के लिए बनाए जाने वाले चैनल हेतु 50 हजार रुपये प्रति चैनल की वित्तीय सहायता राशि की सहमति प्रदान की. उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गौशालाओं में उपचार में किसी प्रकार की कमी न रहे और समय-समय पर वैक्सीनेशन का काम किया जाए.