ETV Bharat / state

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने लगाया सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप, अनिश्चितकालीन हड़ताल का दिया अल्टीमेटम

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार को अनिश्चितकालीन हड़ताल का अल्टीमेटम दे दिया है.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
author img

By

Published : Feb 9, 2019, 6:34 PM IST

भिवानी: प्रदेश में एनएचएम कर्माचारियों की हड़ताल जारी है. वहीं दूसरी ओर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार की मुश्किले बढ़ा दी हैं.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार को अनिश्चितकालीन हड़ताल का अल्टीमेटम दे दिया है. भिवानी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने श्रमिक का दर्जा देने और वेतन सहित अनेक मांगों के लिए सरकार की वादा खिलाफी के खिलाफ शनिवार को धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रदेश और केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगया. मांगों को पूरा करने को लेकर 14 फरवरी तक अल्टीमेटम दिया है. इस दौरान मांगें नहीं माना गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है.

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
undefined

ये हैं मांगे
महिला कार्यकर्ताओं ने हाथों में हैल्पर को न्यूनतम वेतन देने, रिटायरमेंट बेनिफिट लागू करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने मांग की है.

क्या बोलीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता?
आंनबाड़ी वर्कर्स ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वे प्रदेश में 14 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का सरकार को अल्टीमेटम दिया है. कार्यकर्ताओं ने कहा कि 10 मार्च 2018 का समझौता याद दिलाने के लिए उन्होंने भिवानी में दो दिन से धरना किया है. उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें पक्का करें या न्यूनतम वेतन दें, सरकार से उनकी लड़ाई आर-पार की रहेगी.

भिवानी: प्रदेश में एनएचएम कर्माचारियों की हड़ताल जारी है. वहीं दूसरी ओर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार की मुश्किले बढ़ा दी हैं.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार को अनिश्चितकालीन हड़ताल का अल्टीमेटम दे दिया है. भिवानी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने श्रमिक का दर्जा देने और वेतन सहित अनेक मांगों के लिए सरकार की वादा खिलाफी के खिलाफ शनिवार को धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रदेश और केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगया. मांगों को पूरा करने को लेकर 14 फरवरी तक अल्टीमेटम दिया है. इस दौरान मांगें नहीं माना गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है.

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
undefined

ये हैं मांगे
महिला कार्यकर्ताओं ने हाथों में हैल्पर को न्यूनतम वेतन देने, रिटायरमेंट बेनिफिट लागू करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने मांग की है.

क्या बोलीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता?
आंनबाड़ी वर्कर्स ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वे प्रदेश में 14 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का सरकार को अल्टीमेटम दिया है. कार्यकर्ताओं ने कहा कि 10 मार्च 2018 का समझौता याद दिलाने के लिए उन्होंने भिवानी में दो दिन से धरना किया है. उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें पक्का करें या न्यूनतम वेतन दें, सरकार से उनकी लड़ाई आर-पार की रहेगी.

सर, इस खबर से संबंधित वीडियो भेजी जा चुकी है।
FILE NAME : HAR_BHIWANI_INDERVES_ 09FEB_AAGANBADI DHARNA
FILE SEND BY FTP
रिपोर्ट इन्द्रवेश दुहन भिवानी
दिनांक 9 फरवरी।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सरकार की वादाखिलाफी नीतियों को लेकर अब फिर धरने प्रदर्शन
14 फरवरी से अनिश्चित हड़ताल का सरकार को दिया अल्टीमेटम 
10 मार्च 2018 का समझौता याद दिलाने के लिए भिवानी में दो दिन से धरने पर हैं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता  
    भिवानी में आज आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ ने श्रमिक का दर्जा देने, वेतन सहित अनेक मांगों के लिए सरकार की वादा खिलाफी के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया और प्रदेश व केंद्र सरकार की वादाखिलाफी नीतियों को लेकर 14 फरवरी तक अल्टीमेटम दिया है, यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो इसके बाद वे अनिश्चित धरना देकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे। महिला कार्यकर्ताओं ने हाथों में हैल्पर को न्यूनतम वेतन देने, रिटार्यमैंट बेनिफिट लागू करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने जैसे बैनर लेकर प्रदर्शन किया।  
    आंनबाड़ी वर्कर्स चंचल और राजबाला ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वे प्रदेश में 14 फरवरी से अनिश्चित हड़ताल करने का सरकार को अल्टीमेटम दिया है।  कहा कि 10 मार्च 2018 का समझौता याद दिलाने के लिए उन्होंने भिवानी में दो दिन से धरना है।  उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें पक्का करें या न्यूनतम वेतन दें,वर्ना सरकार से उनकी लड़ाई आर पार की रहेगी।कहा कि परियोजना वर्कर्स को न्यनूतम वेतन दिए जाने का प्रावधान किया गया था, जो आज 18 हजार रूपये बनता है। उनकी मांग है कि इन परियोजनाकर्मियों को पक्का करने तक न्यूनतम वेतन 18 हजार रूपये दिए जाए, उन्हे रिटार्यमैंट के बेनिफिट दिए जाएं, आंनगबाडी केंद्रों में निजीकरण की व्यवस्था बंद की जाए। कहा कि 7 माह से केंद्र द्वारा दिया जाने वाला वेतन अभीतक नहीं मिला है। जिसके कारण आंगनबाड़ियों का किराया भी नहीं दिया जा रहा ,जिससे आंगनबाड़ियों को खाली करना पड़ रहा है। 
    कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि आज उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को समर्थन दिया है। कहा कि सरकार अपने वादे को याद करे ,जो वादा उन्होंने वर्कर्स से 2018 में किया था ,कहा कि वर्ष बीत जाती है पर वेतन व आंगनबाड़ियों के किराये के लिए सरकार के पास बजट तक नहीं ,तो फिर सरकार अंतरिम बजट में वाहवाही क्यों लूट रही है। कहा कि अब सरकार को जींद और मेयर चुनाव के बाद जनता से कोई सरोकार नहीं है। वोट मिलने के बाद इस सरकार की नीति और वादे बदल जाते हैं। 
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.