भिवानी: हरियाणा में विधानसभा चुनाव 2024 और लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में जंग तेज हो गई ङै. रविवार को कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं. साथ ही पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के दावे पर चुटकी लेते हुए अभय चौटाला के बयान व आरोपों पर पलटवार किया.
गौरतलब है कि हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल रविवार को भिवानी में अपने आवास पर जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे थे. उन्होंने मीडिया से भी बातचीत की. प्रदेश के राजनीतिक हालात पर अपनी राय रखते हुए विपक्ष पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा की मंडी में सरसों और गेहूं की कम आवक होने पर भी कार्रवाई तेज की गई है.
'मर्यादा का उल्लंघन कर रहे मलिक': जेपी दलाल ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के मामले पर कहा कि मलिक मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं. अगर गवर्नर रहते उन्हें कुछ गलत लगा तो तभी इस्तीफा देना चाहिए था. जेपी दलाल ने फिर कहा कि मलिक राज्यसभा जाने के लिए सरकार को गाली दे रहे हैं.
राजनीतिक बयानबाजी तेज: कृषि मंत्री जेपी दलाल ने अभय चौटाला द्वारा विपक्ष को एक होने या जेल में राजनीति करने के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, कि कुछ नेता ऐसे हैं जिन्होंने ऐसे काम किए हुए हैं, जो एक हो ना हो, उन्हें जेल जाना ही पड़ेगा. जेपी दलाल ने कहा कि विपक्ष ये सोचता हो कि वो एक होकर मोदी को हटा देंगे और जेल जाने से बच जाएंगे, तो उनकी ये सोच गलत है.
अभय चौटाला को नसीहत: वहीं, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता पर पैसे लेकर नौकरी देने के अभय चौटाला के आरोपों पर जेपी दलाल ने कहा कि बयानबाजी पर कोई रोक नहीं. साथ ही उन्होंने अभय चौटाला को नसीहत दी कि देश में कानून का राज है. उनके पास कोई सबूत है, तो थाने जाकर केस दर्ज करवाएं.
हुड्डा पर निशाना: जेपी दलाल ने नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा कांग्रेस सरकार आने पर सी-2 फॉर्मूला के साथ एमएसपी देने के दावे पर चुटकी ली और कहा कि कांग्रेस नेताओं को पता है, कि सत्ता में तो आना नहीं, ऐसे में वो कोई भी वायदा करने से नहीं चूकते. जेपी दलाल ने कहा कि ये वही हुड्डा है, जिन्होंने तीन साल तक स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट दबाए रखी और अपनी सरकार में किसानों को दो-दो रुपये के चेक दिए थे.
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मंडी में सरसों और गेहूं की कम आवक: सरसों की कम आवक को लेकर उठ रहे सवालों पर कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि सरसों की आवक पूरी है, पर कुछ मंडियों में आशंका से कम आवक हुई. वहां आस-पास के मिलर्स की जांच की जा रही है, कि उनके पास सरसों जो सरसों है उसके बिल हैं या नहीं. यदि बिल नहीं मिले तो संबंधित मार्केटिंग कमेटी के अधिकारियों पर कार्रवाई होगी. वहीं उठान न होने पर रोहतक के मदीना गांव के स्कूलों व शमशान घाट में गेहूं डाले जाने पर जेपी दलाल ने कहा कि इस बार गेहूं की आवक पिछले साल से ज्यादा है और पंजाब के बराबर हो रही है. ऐसे में कहीं कोई समस्या है तो संबंधित जिला के डीसी को वैकल्पिक व्यवस्था के आदेश दिए हैं.