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सरकार की अपील के बाद बोले किसान- इस आंदोलन से हमारी लाशें ही वापस जाएंगी, लेकिन हम नहीं - किसान नेता आंदोलन जारी

किसान नेताओं ने कहा कि सरकार कोरोना का डर दिखाकर हमें बेवकूफ बनाना चाहती है लेकिन हम पीछे हटने वाले नहीं है और जब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं होंगे हम आंदोलन खत्म करने वाले नहीं है.

ambala farmers movement will continue
इस आंदोलन से हमारी लाशें ही वापस जाएंगी, लेकिन हम नहीं
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Published : Apr 17, 2021, 3:25 PM IST

Updated : Apr 17, 2021, 4:22 PM IST

अंबाला: सरकार लगातार किसानों से अपील कर रही है कि कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से आंदोलन पर कुछ दिनों के लिए विराम लगा दें और फिर जब हालात सामान्य हो जाएं तो दोबोरा वो अपना आंदोलन शुरू कर सकते हैं. लेकिन किसानों सरकार की एक भी बात मानने को तैयार नहीं हैं.

सरकार द्वारा की गई अपील को लेकर किसानों ने कहा कि मोदी सरकार चाहे कुछ भी कर लें, कोई भी पैंतरा अपना ले, हम पीछे हटने वाले नहीं है. किसानों ने कहा कि इस आंदलोन से हमारी लाशें ही वापस जाएगी, किसान नहीं.

इस आंदोलन से हमारी लाशें ही वापस जाएंगी, लेकिन हम नहीं

ये भी पढ़ें: जानिए कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हरियाणा सरकार ने आंदोलन कर रहे किसानों से क्या की है अपील

शम्भू बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों ने कहा कि सरकार इस आंदोलन को खत्म करवाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है. कोरोना का डर दिखाकर सरकार चाहती है कि किसान आंदोलन खत्म करके पीछे हट जाए, लेकिन ऐसा किसी भी कीमत पर नहीं होगा.

ये भी पढ़ें: टिकरी बॉर्डर पर आंधी से उड़े 'आशियाने', किसान बोले- हम तूफान से भी टकराने को तैयार

वहीं सूबे के गृह मंत्री अनिल विज द्वारा किसानों के साथ दोबारा बातचीत के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर को लिखी गई चिट्ठी पर प्रतिक्रिया देते हुए किसानों ने कहा कि जो चिट्ठी लिखी है उसमें कहीं पर भी कृषि कानूनों को वापिस लेने और एमएसपी कानून बनाने की बात नहीं लिखी है. ये सिर्फ और सिर्फ किसानों को बेवकूफ बनाने का काम किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: किसानों ने जाम किया पिपली-कुरुक्षेत्र रोड, पुलिस कर्मचारियों पर बदसलूकी का आरोप

इसके इलावा किसानों ने कहा कि ना तो अभी तक किसी भी धरना स्थल पर डटे किसान को कोरोना हुआ है और ना ही कोरोना टेस्ट के लिए आज तक स्वास्थ्य विभाग की टीम हमारे धरना स्थल पर आई है. यहां तक कोरोना वैक्सीन के लिए भी हमारे साथ कोई संपर्क नहीं किया गया. ये सिर्फ और सिर्फ किसान हितैषी होने का ढोंग करते है.

अंबाला: सरकार लगातार किसानों से अपील कर रही है कि कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से आंदोलन पर कुछ दिनों के लिए विराम लगा दें और फिर जब हालात सामान्य हो जाएं तो दोबोरा वो अपना आंदोलन शुरू कर सकते हैं. लेकिन किसानों सरकार की एक भी बात मानने को तैयार नहीं हैं.

सरकार द्वारा की गई अपील को लेकर किसानों ने कहा कि मोदी सरकार चाहे कुछ भी कर लें, कोई भी पैंतरा अपना ले, हम पीछे हटने वाले नहीं है. किसानों ने कहा कि इस आंदलोन से हमारी लाशें ही वापस जाएगी, किसान नहीं.

इस आंदोलन से हमारी लाशें ही वापस जाएंगी, लेकिन हम नहीं

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शम्भू बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों ने कहा कि सरकार इस आंदोलन को खत्म करवाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है. कोरोना का डर दिखाकर सरकार चाहती है कि किसान आंदोलन खत्म करके पीछे हट जाए, लेकिन ऐसा किसी भी कीमत पर नहीं होगा.

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वहीं सूबे के गृह मंत्री अनिल विज द्वारा किसानों के साथ दोबारा बातचीत के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर को लिखी गई चिट्ठी पर प्रतिक्रिया देते हुए किसानों ने कहा कि जो चिट्ठी लिखी है उसमें कहीं पर भी कृषि कानूनों को वापिस लेने और एमएसपी कानून बनाने की बात नहीं लिखी है. ये सिर्फ और सिर्फ किसानों को बेवकूफ बनाने का काम किया जा रहा है.

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इसके इलावा किसानों ने कहा कि ना तो अभी तक किसी भी धरना स्थल पर डटे किसान को कोरोना हुआ है और ना ही कोरोना टेस्ट के लिए आज तक स्वास्थ्य विभाग की टीम हमारे धरना स्थल पर आई है. यहां तक कोरोना वैक्सीन के लिए भी हमारे साथ कोई संपर्क नहीं किया गया. ये सिर्फ और सिर्फ किसान हितैषी होने का ढोंग करते है.

Last Updated : Apr 17, 2021, 4:22 PM IST
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