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हरियाणा की जेलों में रेडियो स्टेशन: 3 जेलों के 21 कैदियों को दी गई ट्रेनिंग

हरियाणा की तीन जेलों में रेडियो स्टेशन खुलने जा रहे हैं. जिसमें कैदी ही काम करेंगे. इसके लिए कैदियों को ट्रेनिंग भी दी गई है. अंबाला सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट लखबीर सिंह बराड़ ने ईटीवी भारत हरियाणा के साथ इस बारे में विस्तार से बातचीत की.

Ambala Central Jail Radio Station
Ambala Central Jail Radio Station
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Published : Jan 2, 2021, 6:11 PM IST

Updated : Jan 18, 2021, 12:30 PM IST

अंबाला: अब प्रदेश की जेलों में रेडियो स्टेशन खोले जाएंगे. इसके लिए अंबाला सेंट्रल जेल, फरीदाबाद नीमका जेल और पानीपत जिला जेल के कैदियों को को ट्रेनिंग दी जा चुकी है. फरीदाबाद में तो महिला और पुरुष दोनों कैदियों को ट्रेनिंग दी है. इन तीनों जेलों के कैदियों को सर्टिफिकेट भी दिए जा चुके हैं.

पहले फेज में अंबाला जेल के 6 कैदियों को सिलेक्ट कर ट्रेनिंग दी गई है. ट्रेनिंग में स्क्रिप्ट कैसे लिखनी है. किस मुद्दे पर लिखनी है. उस स्क्रिप्ट को प्रजेंट कैसे करना है. इन सब के लिए सिखाया गया है.

3 जेलों के 21 कैदियों को दी गई ट्रेनिंग

इन स्किल्स पर किया गया कैदियों का चयन

  1. पहले तो सभी कैदियों की बोलने की क्षमता को पहचाना गया. क्योंकि कई कैदी पढ़े लिखे होते हैं लेकिन वो कैमरा या माइक से माने बोलते वक्त हिचकिचाते हैं. कई थोड़ा कम पढ़े होते हैं जो कैमरा और माइक के सामने अच्छे से बोल पाते हैं. मतलब ये कि पहले सभी कैदियों में ये पहचाना गया कि कौन कैदी माइक पर अच्छे से बोल सकता है.
  2. इसके बाद उन कैदियों में लिखने और पढ़ने की क्षमता को देखा गया. लिखने के आधार पर फिर कुछ कैदियों का चयन किया गया. अब इन कैदियों को प्रजेंट करने का तरीका सिखाया गया है. ताकि ये रेड़ियों पर श्रोताओं को बांध कर रख सकें. अंबाला सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट लखबीर सिंह बराड़ ने बताया कि ये काम तिनका-तिनका सामाजिक संस्था के सहयोग से से किया जा रहा है.
  3. जेल में रेडियो स्टेशन कैदियों के लिए खुला मंच होगा. यहां स्वास्थ्य को लेकर हो या शहर के मुद्दे जो कैदी अखबारों में पढ़ते हैं उनपर भी रेडियो स्टेशन पर बातचीत करेंगे. जैसे- हरियाणा की आज की पांच बड़ी खबरें, भारत की आज की पांच बड़ी खबरें. अभी तक तो सिर्फ कैदियों को ट्रेनिंग दी गई है. अब रेडियो स्टेशन का रूम तैयार करने और उसमें यंत्र लगाने की योजना पर काम कर रहे हैं.

ईटीवी भारत के साथ बातचीत में अंबाला सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट लखबीर सिंह बराड़ ने बताया कि डीजीपी जेल के. सेल्वाराज के दिशा निर्देशों के तहत ये काम शुरू किया गया है. तिनका-तिनका एनजीओ के संस्थापक डॉ वर्तिका नंदा के सहयोग से कैदियों को सुधारने और जेल से बाहर निकलने के बाद पेशेवर व्यवसाय से जोड़ने के लिए ये कदम उठाया गया है.

ये भी पढ़ें- समय के साथ बदला डाक विभाग, लोगों को सिखा रहा छोटी-छोटी बचत

पहले चरण में हरियाणा की 3 जेलों जिसमें अंबाला सेंट्रल जेल, फरीदाबाद और पानीपत की जेल शामिल हैं. इनमें कैदियों को ट्रेनिंग दी गई है. पानीपत, अंबाला और फरीदाबाद के 21 कैदियों को इसके लिए चुना गया है. इन 21 कैदियों की 30 दिसंबर तक ट्रेनिंग भी हो चुकी है. अब आने वाले 10 से 15 दिनों में रेडियो स्टेशन की शुरूआत हो जाएगी.

अंबाला: अब प्रदेश की जेलों में रेडियो स्टेशन खोले जाएंगे. इसके लिए अंबाला सेंट्रल जेल, फरीदाबाद नीमका जेल और पानीपत जिला जेल के कैदियों को को ट्रेनिंग दी जा चुकी है. फरीदाबाद में तो महिला और पुरुष दोनों कैदियों को ट्रेनिंग दी है. इन तीनों जेलों के कैदियों को सर्टिफिकेट भी दिए जा चुके हैं.

पहले फेज में अंबाला जेल के 6 कैदियों को सिलेक्ट कर ट्रेनिंग दी गई है. ट्रेनिंग में स्क्रिप्ट कैसे लिखनी है. किस मुद्दे पर लिखनी है. उस स्क्रिप्ट को प्रजेंट कैसे करना है. इन सब के लिए सिखाया गया है.

3 जेलों के 21 कैदियों को दी गई ट्रेनिंग

इन स्किल्स पर किया गया कैदियों का चयन

  1. पहले तो सभी कैदियों की बोलने की क्षमता को पहचाना गया. क्योंकि कई कैदी पढ़े लिखे होते हैं लेकिन वो कैमरा या माइक से माने बोलते वक्त हिचकिचाते हैं. कई थोड़ा कम पढ़े होते हैं जो कैमरा और माइक के सामने अच्छे से बोल पाते हैं. मतलब ये कि पहले सभी कैदियों में ये पहचाना गया कि कौन कैदी माइक पर अच्छे से बोल सकता है.
  2. इसके बाद उन कैदियों में लिखने और पढ़ने की क्षमता को देखा गया. लिखने के आधार पर फिर कुछ कैदियों का चयन किया गया. अब इन कैदियों को प्रजेंट करने का तरीका सिखाया गया है. ताकि ये रेड़ियों पर श्रोताओं को बांध कर रख सकें. अंबाला सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट लखबीर सिंह बराड़ ने बताया कि ये काम तिनका-तिनका सामाजिक संस्था के सहयोग से से किया जा रहा है.
  3. जेल में रेडियो स्टेशन कैदियों के लिए खुला मंच होगा. यहां स्वास्थ्य को लेकर हो या शहर के मुद्दे जो कैदी अखबारों में पढ़ते हैं उनपर भी रेडियो स्टेशन पर बातचीत करेंगे. जैसे- हरियाणा की आज की पांच बड़ी खबरें, भारत की आज की पांच बड़ी खबरें. अभी तक तो सिर्फ कैदियों को ट्रेनिंग दी गई है. अब रेडियो स्टेशन का रूम तैयार करने और उसमें यंत्र लगाने की योजना पर काम कर रहे हैं.

ईटीवी भारत के साथ बातचीत में अंबाला सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट लखबीर सिंह बराड़ ने बताया कि डीजीपी जेल के. सेल्वाराज के दिशा निर्देशों के तहत ये काम शुरू किया गया है. तिनका-तिनका एनजीओ के संस्थापक डॉ वर्तिका नंदा के सहयोग से कैदियों को सुधारने और जेल से बाहर निकलने के बाद पेशेवर व्यवसाय से जोड़ने के लिए ये कदम उठाया गया है.

ये भी पढ़ें- समय के साथ बदला डाक विभाग, लोगों को सिखा रहा छोटी-छोटी बचत

पहले चरण में हरियाणा की 3 जेलों जिसमें अंबाला सेंट्रल जेल, फरीदाबाद और पानीपत की जेल शामिल हैं. इनमें कैदियों को ट्रेनिंग दी गई है. पानीपत, अंबाला और फरीदाबाद के 21 कैदियों को इसके लिए चुना गया है. इन 21 कैदियों की 30 दिसंबर तक ट्रेनिंग भी हो चुकी है. अब आने वाले 10 से 15 दिनों में रेडियो स्टेशन की शुरूआत हो जाएगी.

Last Updated : Jan 18, 2021, 12:30 PM IST
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