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पंचकूला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेंगे HSEB कर्मचारी, मांगे ना मानने पर 22 फरवरी को करेंगे हड़ताल - Haryana Latest News

एचएसईबी वर्कर्स यूनियन के प्रदेश महासचिव ने मांगे ना माने जाने पर प्रदेश सरकार को चेतावनी दी (HSEB Workers will Protest In Panchkula) है. उन्होंने कहा है कि अगर सरकार ने उनकी जायज मांगे न मानी तो 22 फरवरी को हड़ताल पर चले जाएंगे.

HSEB Workers will Protest In Panchkula
एचएसईबी वर्कर्स यूनियन के प्रदेश महासचिव सुनील खटाना
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Published : Feb 17, 2022, 10:41 AM IST

Updated : Feb 17, 2022, 12:41 PM IST

अंबाला: एचएसईबी वर्कर्स यूनियन के प्रदेश महासचिव सुनील खटाना बुधवार को अंबाला छावनी के सब डिवीजन नंबर-2 पहुंचे. यहां उन्होंने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि सरकार से हमने अपनी मांगों बारे कुछ डिमांड की थी जिसकी सरकार ने घोषणा भी कर दी है लेकिन लागू अभी तक नही की गई. इसके विरोध में कर्मचारी यूनियन के लोग पंचकूला मुख्यालय पर 17 फरवरी को प्रदर्शन (HSEB Workers will Protest In Panchkula)करेंगे. अगर सरकार ने फिर भी हमारी ये मांगे ना मानी तो हम 22 फरवरी से हड़ताल पर चले जाएंगे.

सुनील खटाना ने कहा कि हरियाणा प्रदेश के उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली सुविधा देने के लिए बिजली कर्मचारी दिन-रात सीमित संसाधनों के अभाव में अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हैं. खटाना ने कहा कि इसके बावजूद कर्मचारी उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति करने में लगे हुए हैं. इन सबके बावजूद प्रदेश सरकार और प्रबंधन की तरफ से कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाओं की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जाता. जिसके कारण आए दिन हमारे कर्मचारी दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं लेकिन कर्मचारियों की सुध लेने वाला कोई नहीं है.

पंचकूला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेंगे HSEB कर्मचारी, मांगे ना मानने पर 22 फरवरी को करेंगे हड़ताल

सुनील खटाना का कहना है कि समय-समय पर एचएसईबी वर्कर्स यूनियन के कर्मचारियों की समस्याओं को प्रबंधन व हरियाणा सरकार के सामने रखती है. मगर हरियाणा सरकार की उदासीनता के कारण कर्मचारी वर्ग निराश है. इस वजह से एचएसईबी कर्मचारी 17 फरवरी को पंचकूला मुख्यालय पर लंबित मांगों को लेकर रोष प्रदर्शन करेंगे. अगर सरकार फिर भी न जागी तो केंद्रीय समिति के फैसले पर 22 फरवरी को हड़ताल पर चले जाएंगे.

ये भी पढ़ें-22 फरवरी से 12 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर जाएंगे बिजलीकर्मी, ब्रेक डाउन का किया ऐलान

क्या है कर्मचारियों की मांग-सुनील खटाना ने बताया कि सरकार ने सत्ता में आने से पहले कर्मचारी वर्ग से कई वादे किए थे. इनमें कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, समान काम समान वेतन, पुरानी पेंशन बहाली, जोखिम भत्ता, एक्स ग्रेशिया पॉलिसी, बिना शर्त सभी कर्मचारियों के लिए पूर्णता कैशलेस मेडिकल चिकित्सा सुविधा, बिजली की फ्री यूनिट को बढ़ाना शामिल है.

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP

अंबाला: एचएसईबी वर्कर्स यूनियन के प्रदेश महासचिव सुनील खटाना बुधवार को अंबाला छावनी के सब डिवीजन नंबर-2 पहुंचे. यहां उन्होंने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि सरकार से हमने अपनी मांगों बारे कुछ डिमांड की थी जिसकी सरकार ने घोषणा भी कर दी है लेकिन लागू अभी तक नही की गई. इसके विरोध में कर्मचारी यूनियन के लोग पंचकूला मुख्यालय पर 17 फरवरी को प्रदर्शन (HSEB Workers will Protest In Panchkula)करेंगे. अगर सरकार ने फिर भी हमारी ये मांगे ना मानी तो हम 22 फरवरी से हड़ताल पर चले जाएंगे.

सुनील खटाना ने कहा कि हरियाणा प्रदेश के उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली सुविधा देने के लिए बिजली कर्मचारी दिन-रात सीमित संसाधनों के अभाव में अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हैं. खटाना ने कहा कि इसके बावजूद कर्मचारी उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति करने में लगे हुए हैं. इन सबके बावजूद प्रदेश सरकार और प्रबंधन की तरफ से कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाओं की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जाता. जिसके कारण आए दिन हमारे कर्मचारी दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं लेकिन कर्मचारियों की सुध लेने वाला कोई नहीं है.

पंचकूला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेंगे HSEB कर्मचारी, मांगे ना मानने पर 22 फरवरी को करेंगे हड़ताल

सुनील खटाना का कहना है कि समय-समय पर एचएसईबी वर्कर्स यूनियन के कर्मचारियों की समस्याओं को प्रबंधन व हरियाणा सरकार के सामने रखती है. मगर हरियाणा सरकार की उदासीनता के कारण कर्मचारी वर्ग निराश है. इस वजह से एचएसईबी कर्मचारी 17 फरवरी को पंचकूला मुख्यालय पर लंबित मांगों को लेकर रोष प्रदर्शन करेंगे. अगर सरकार फिर भी न जागी तो केंद्रीय समिति के फैसले पर 22 फरवरी को हड़ताल पर चले जाएंगे.

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क्या है कर्मचारियों की मांग-सुनील खटाना ने बताया कि सरकार ने सत्ता में आने से पहले कर्मचारी वर्ग से कई वादे किए थे. इनमें कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, समान काम समान वेतन, पुरानी पेंशन बहाली, जोखिम भत्ता, एक्स ग्रेशिया पॉलिसी, बिना शर्त सभी कर्मचारियों के लिए पूर्णता कैशलेस मेडिकल चिकित्सा सुविधा, बिजली की फ्री यूनिट को बढ़ाना शामिल है.

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Last Updated : Feb 17, 2022, 12:41 PM IST
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