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मिट्टी के दीयों पर भारी पड़ी चाइनीस लड़ियां, कुम्हारों का काम ठप

हर तरफ दिवाली की धूम है, लेकिन कुछ कारण ऐसे भी हैं जिससे मिट्टी के दीये बनाने वाले कुम्हारों का काफी नुकसान हो रहा है. आधुनिकता की चकाचौंध ने मिट्टी के दीये की मांग को काफी कम कर दिया है.

दिवाली की धूम
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Published : Oct 27, 2019, 1:20 PM IST

Updated : Oct 27, 2019, 3:02 PM IST

अंबाला: धनतेरस के बाद लोग दिवाली की खरीददारी में व्यस्त हो गए हैं. बाजारों में रौनक बढ़ गई है. खासकर लोगों को मिठाई, दीये, खील-बतासे खरीद रहे हैं, लेकिन लोगों को दिवाली महीने के आखिर में आने के कारण खरीददारी में काफी परेशानी आ रही है. कुम्हारों के मिट्टी के दीयों पर भी चाइनीस दीयों और लड़ियों की मार पड़ रही है.

खरीददारी करने आए लोगों ने बताया कि वो दीवाली के कारण बाजार में खरीदारी करने आए हैं और खूब अच्छी तरह से दिवाली मनाएंगे. वहीं दुकानदारों ने बताया ने कि इस बार दिवाली महीने के आखिरी दिनों में आई है. इसलिए लोग कम ही खरीददारी करने आए है, लेकिन फिर भी बाजार में रौनक है.

मिट्टी के दीयों पर भारी पड़ी चाइनीस लड़ियां, कु्म्हारों का काम ठप

ये भी पढ़ें- संस्कृति पर भारी पड़ी आधुनिक जमाने की चकाचौंध! मिट्टी से बने दीयों की खरीददारी हुई कम

जबसे बाजार में चाइनीस सामान आने लगे हैं, तबसे भारतीय सामान पर इसका असर होने लगा है. खासकर मिट्टी के दीये बनाने वाले कुम्हार चाइनीज सामान से परेशान हैं, क्योंकि इसके कारण मिट्टी के दीयों की बिक्री कम हो गई है.

मिट्टी के दीयों का काम करने वाले कुम्हारों ने बताया कि पहले तो लोग मिट्टी के दिए ही खरीदते थे. लेकिन अब ज्यादातर लोग चाइनीस दीये ही लेकर जाते हैं, जिस कारण उनका काम काफी कम हो गया है.

अंबाला: धनतेरस के बाद लोग दिवाली की खरीददारी में व्यस्त हो गए हैं. बाजारों में रौनक बढ़ गई है. खासकर लोगों को मिठाई, दीये, खील-बतासे खरीद रहे हैं, लेकिन लोगों को दिवाली महीने के आखिर में आने के कारण खरीददारी में काफी परेशानी आ रही है. कुम्हारों के मिट्टी के दीयों पर भी चाइनीस दीयों और लड़ियों की मार पड़ रही है.

खरीददारी करने आए लोगों ने बताया कि वो दीवाली के कारण बाजार में खरीदारी करने आए हैं और खूब अच्छी तरह से दिवाली मनाएंगे. वहीं दुकानदारों ने बताया ने कि इस बार दिवाली महीने के आखिरी दिनों में आई है. इसलिए लोग कम ही खरीददारी करने आए है, लेकिन फिर भी बाजार में रौनक है.

मिट्टी के दीयों पर भारी पड़ी चाइनीस लड़ियां, कु्म्हारों का काम ठप

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जबसे बाजार में चाइनीस सामान आने लगे हैं, तबसे भारतीय सामान पर इसका असर होने लगा है. खासकर मिट्टी के दीये बनाने वाले कुम्हार चाइनीज सामान से परेशान हैं, क्योंकि इसके कारण मिट्टी के दीयों की बिक्री कम हो गई है.

मिट्टी के दीयों का काम करने वाले कुम्हारों ने बताया कि पहले तो लोग मिट्टी के दिए ही खरीदते थे. लेकिन अब ज्यादातर लोग चाइनीस दीये ही लेकर जाते हैं, जिस कारण उनका काम काफी कम हो गया है.

Intro:
धनतेरस के बाद लोग दिवाली की खरीददारी में व्यस्त हो गए है बाज़ारो में रौनक बढ़ गई है खासकर लोगो को मिठाई,दिए,खील-बतासे खरीद रहे है लेकिन लोगो को दिवाली महीने के आखिर में आने के कारण खरीददारी में काफी परेशानी आ रही है कुम्हारो के मिटटी के दियो पर भी चाइनीस दियो व् लड़ियों की मार पड़ रही है ।
Body:बाज़ारो में बढ़ी भीड़ बता रही है कि लोग दीवाली को लेकर जमकर खरीदारी कर रहे हैं । दीवाली को लेकर अंबाला के बाजारों में भी खूब रौनक दिखाई दे रही है । खरीदारी करने के खरीददारी करने आये लोगो ने बताया कि वे दीवाली के कारण बाजार में खरीदारी करने आये है व् खूब अच्छे तरह से दीवाली मनाएंगे । वही दुकानदार बताया ने कि इस बार दीवाली महीने के आखिरी दिनों में आई है इसलिए लोग कम ही खरीददारी करने आये है लेकिन फिर भी बाजार में रौनक है ।

बाईट :-- रीना - खरीदारी करने आई महिला ।
बाईट :-- पूजा - खरीदारी करने आई महिला ।
बाईट :-- शुभम बंसल - दुकानदार ।

वीओ :-- जब से बाजार में चाइनीज सामान आने लगे है तब से भारतीय सामान पर इसका असर होने लगा है दुकानदार खासकर मिटटी के दिए दिए बनाने वाले कुम्हार चाइनीज सामान से परेशान है क्योंकि इसके कारण मिटटी के दियो की बिक्री कम हो गई है । मिटटी के दियो का काम करने वाले कुम्हारो ने बताया कि पहले तो लोग मिटटी के दिए ही खरीदते थे लेकिन अब ज्यादातर लोग चाइनीज दिए ही लेकर जाते है जिस कारण उनका काम काफी कम हो गया है । उन्होंने बताया कि उनकी कई पीढ़ियों ये काम करती आ रहे है ।

बाईट :-- बालक राम - कुम्हार ।
बाईट :-- मदन लाल - कुम्हार ।
Conclusion:
Last Updated : Oct 27, 2019, 3:02 PM IST
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