अंबाला: हरियाणा में साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. साइबर ठगी से बचने के लिए पुलिस आएदिन कुछ न कुछ नया तरीका इजाद करती है लेकिन साइबर ठगों की बढ़ती ठगी ने क्राइम ब्रांच को भी हैरानी में डाल दिया है. दरअसल, साइबर ठगों ने ठगी का एक नया पैंतरा निकाला है. दरअसल, अंबाला में पिछले 6 महीनों में ठगों ने रजिस्ट्री कराने वालों को अपना निशाना बनाया है.
अंबाला में साइबर ठग ने रजिस्ट्री कराने वालों के खाते से बिना ओटीपी के हजारों रुपये उड़ा दिए. जिससे साइबर पुलिस भी हैरान है. आनन-फानन में अब सरकार ने जमाबंदी पोर्टल को बंद कर दिया है. बता दें कि पुलिस साइबर ठगी को रोकने के लिए कड़ी कोशिशें करती है और उधर ठग रोज नया तरीका निकाल लेते हैं. जिससे साइबर पुलिस भी परेशान है. अंबाला में साइबर ठगों ने पिछले 6 महीनों में उन लोगों को निशाना बनाया जिन्होंने अपनी दुकान मकान, प्लॉट आदि की रजिस्ट्री करवाई हो.
ठगों ने बिना ओटीपी के उनके खातों से हजारों रुपये उड़ा दिए. शिकायतें साइबर पुलिस के पास पहुंची तो पूछताछ में सामने आया कि जिनके साथ भी ठगी हुई वो आखिरी बार रजिस्ट्री करवाने गए थे. जिसके बाद साइबर पुलिस ने SDM अंबाला को मिलकर इसकी जानकारी दी. शिकायत मिलने पर उन्होंने सरकार को चिट्ठी लिखकर इस पर संज्ञान लेने के लिए कहा. जिसके बाद जमाबंदी पोर्टल को फिलहाल बंद कर दिया गया है.
ASP अंबाला पूजा डाबला ने बताया साइबर ठगों से बचने के लिए रोज लोगों को जागरूक कर रहे हैं. पुलिस ने 1930 नम्बर जारी किया है. जिस पर 48 घण्टे में कॉल करने से पैसा फ्रिज हो जाता है. साइबर ठगों से बचने या बचाने का पुलिस के पास भी कोई रास्ता नहीं है. वहीं, इस ममले में SDM ने जमाबंदी पोर्टल पर जरूरी डाक्यूमेंट अपलोड करवाने बंद करने की अर्जी सरकार से लगाई है. दरअसल ठग जमाबंदी साइट से डिटेल डालकर वहां से जरूरी डॉक्यूमेंट निकाल लेते हैं और क्लोन कर ठगी का खेल करते हैं.
पूजा डाबला ने बताया कि इस साइबर ठगी से बचने के लिए प्रिकॉशन यही है कि ईमेल या फोन नंबर पर अगर कोई लिंक आ रहा है तो उसपर क्लिक न करें. साथ ही अननोन नंबर से कॉल या मैसेज आ रहा है तो उसे इंटरटेन न करें. इससे आप साइबर ठगी से बच सकते हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि महीने के पहले बुधवार को साइबर राहगीरि रख रहे हैं. ये सिर्फ साइबर क्राइम से बचने के लिए है. इसमें साइबर सेल के अधिकारी खडे़ होकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने 1930 नबंर का जिक्र करते हुए कहा कि साइबर ठगी की जानकारी इस नंबर पर दे सकते हैं. इसकी जानकारी 48 घंटो में देनी होगी.
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