अंबाला: 9 दिन से नारायणगढ़ नगरपालिका के चेयरमैन सहित 9 पार्षदों और क्षेत्रवासियों के समर्थन के साथ चल रहा धरना-प्रदर्शन रंग लाया. एसडीएम के आदेश पर बुधवार को नगरपालिका की बैठक करीब सवा साल बाद हुई. जहां पार्षदों ने जनहित के मुद्दों को लेकर विकास कार्य,नक्शे,पार्क और स्ट्रीट लाइट की देख रेख के टेंडर रखे.
सर्व कर्मचारी संघ ने किया समर्थन
शहर के विकास कार्य, 300 के करीब नक्शे, सफाई व्यवस्था, पार्क, स्ट्रीट लाइट के टेंडर, नालों की सफाई और अन्य कार्य रूकने पर जहां लोग परेशान थे. जनहित को देखते हुए 9 पार्षदों सहित चेयरमैन 2 सितम्बर को क्षेत्र के पूर्व विधायक और प्रशासन के खिलाफ धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया था. इस पर क्षेत्र के राजनीति दल, सामाजिक, धार्मिक, सर्व कर्मचारी संघ ने इस धरने का सर्मथन किया था. अभी दो दिन से 5 पार्षद क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठ गए थे.
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अम्बाला डीसी के आदेश पर एसडीएम अदिति ने 11 सितम्बर की बैठक रखी थी. जिसमें नारायणगढ़ नगरपालिका के 15 पार्षद और दो सरकारी पार्षद मौजूद थे. इस बैठक में सभी पार्षदों ने अपने टेंडर और अन्य मुद्दों पर बातचीत की गई.
तब किया धरना-प्रदर्शन समाप्त!
पार्षद सुरेश कुमार ने एक ही वार्ड के टेंडर बिना बैठक के पास करना, शहर के विकास कार्य के लिए 20 करोड़ घोषणा पर आए पैसे में 9 करोड़ के घोटाले पर सचिव और संतोषजनक जवाब न देने और उठकर चले जाने पर 9 पार्षदों ने उनके खिलाफ लिखित तौर पर शिकायत दर्ज की और साथ ही एसडीएम से कार्रवाई की मांग रखी. जिस पर एसडीएम ने 9 पार्षदों को कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. जिसके बाद 9 पार्षदों ने ये धरना-प्रदर्शन समाप्त किया.