अंबाला : आजादी के जश्न के नाम पर हुए एक कार्यक्रम में शराब के जाम छलकने का मामला सामने आया है. मामला 13 अगस्त का है, जब अंबाला का सेंट्रल फिनिक्स क्लब एक कार्यक्रम का आयोजन (central phoenix club ambala) करवाता है. स्वतंत्रता दिवस के नाम पर हुए इस कार्यक्रम का एक वीडियो और निमंत्रण पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में आजादी के जश्न के नाम पर नाच गाने के साथ शराब भी (liquor party during jashn e azadi) परोसी गई. बकायदा कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र में शराब परोसने और तंबोला यानी एक तरह के जुए का जिक्र भी है.
IAS और IPS हैं क्लब के पदाधिकारी- क्लब के नियम कायदों के मुताबिक क्लब का प्रेजिडेंट डिविजनल कमिश्नर होता है. इसके अलावा क्लब के कई वाइस प्रेजिडेंट भी हैं, जिनमें आईजी अंबाला रेंज, डीसी अंबाला, एडीसी अंबाला और एसडीएम अंबाला कैंट सभी उप प्रधान के पद पर होते हैं. ऐसे में आजादी के जश्न में शराब परोसने का मामला कई सवाल खड़े (liquor party in ambala phoenix club) करता है. स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में शराब परोसने का मामला प्रकाश (Liquor served in Independence Day event) में तब आया जब इस कार्यक्रम के वीडियो और निमंत्रण पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गए.
कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र- शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा. इन पंक्तियों के साथ तिरंगे में रंगे निमंत्रण पत्र की शुरुआत हुई है. इसके बाद 13 अगस्त को आजादी के जश्न के मौके पर होने वाले कार्यक्रम की जानकारी दी गई है. जिसमें वक्त के साथ-साथ कार्यक्रम में परोसे जाने वाले व्यंजनों का भी जिक्र है. बताया गया है कि कार्यक्रम में शाकाहारी से लेकर मांसाहारी भोजन तक परोसा जाएगा और साथ ही शराब का भी बंदोबस्त है. इसके लिए कूपन की व्यवस्था होगी. कार्यक्रम में सिर्फ क्लब के पदाधिकारियों व सदस्यों को ही एंट्री मिलेगी और उसके लिए भी बकायदा 900 रुपये प्रति व्यक्ति देने होंगे.
वीडियो वायरल होने के बाद संज्ञान- 13 अगस्त को हुए इस कार्यक्रम के करीब एक हफ्ते बाद वीडियो और निमंत्रण पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. बताया जा रहा है मंच पर तिरंगे लहराकर कार्यक्रम में पहुंचे लोग डांस कर रहे थे और वहीं कार्यक्रम में शराब के साथ-साथ तंबोला का भी बंदोबस्त था. सोशल मीडिया पर मामला वायरल हुआ तो क्लब से जुड़े तमाम लोग सवालों में आ गए. क्योंकि जिले के आला अधिकारी भी क्लब के पदाधिकारी हैं, इसलिये मामला बढ़ते देख प्रशासन की ओर से भी संज्ञान लिया गया है.
फिनिक्स क्लब के चेयरमैन सुमित जिंदल का कहना है कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था. ये कार्यक्रम हर साल होता आया है और उसी तर्ज पर इस साल भी इसका आयोजन किया गया था. अगर किसी की भावनाओं को इससे ठेस पहुंचती है तो आगे से इस कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा. क्लब के प्रेसिडेंट और वाइस प्रेसिडेंट जिले के आला अफसर हैं, क्या उन्हें इस कार्यक्रम की जानकारी थी. इसपर सुमित जिंदल का कहना है कि डिविजनल कमिश्नवर के नोटिस में ये लाया गया था कि इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है.
वीडियो और निमंत्रण पत्र वायरल होने के बाद डिवीजनल कमिश्नर रेणु फुलिया ने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में आया है. जिसपर फिनिक्स क्लब का पक्ष मांगा गया है. उनका जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. हालांकि उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की जानकारी उन्हें पहले से नहीं थी.
क्लब का लाइसेंस हो सकता है कैंसिल- इस पूरे मामले में एक्साइज कमिश्नर आलोक पासी ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित करेंगे और जो भी इसके लिए जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि आजादी के जश्न के मौके का इस तरह से अपमान हुआ है और अगर क्लब इसमें दोषी पाया जाता है तो उनका लाइसेंस भी कैंसिल किया जा सकता है.