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अंबाला उपायुक्त कार्यालय पर आशा वर्कर्स का प्रदर्शन, सरकार पर मांगों की अनदेखी का आरोप

लंबित मांगों को पूरी करने की मांग को लेकर आशा वर्कर्स ने शुक्रवार को अंबाला उपायुक्त कार्यालय पर (Asha Workers Protest in Ambala) प्रदर्शन किया. इस दौरान इन्होंने सरकार पर उनकी मांगों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए इन्हें जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की.

Asha Workers Protest in Ambala
अंबाला उपायुक्त कार्यालय पर आशा वर्कर्स का प्रदर्शन
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Published : Jun 9, 2023, 5:06 PM IST

अंबाला: अंबाला उपायुक्त कार्यालय पर आशा वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. वर्कर्स का आरोप है कि लंबे समय से उनकी मांगों को सरकार द्वारा अनदेखा किया रहा है. सरकार के खिलाफ उन्होंने वायदा खिलाफी के आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार उनसे दोहरा काम ले रही है. काम के मुकाबले उन्हें जायज वेतन भी नहीं मिल रहा है. वर्कर्स ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी बैठने से पीछे नहीं हटेंगी.


अंबाला में आशा वर्कर्स का प्रदर्शन के बारे में हरियाणा आशा वर्कर्स यूनियन की महासचिव अनुपमा ने बताया कि सरकार के तानाशाही रवैया से तंग आकर उन्हें मजबूरन यहां इकट्ठा होना पड़ा है. जिससे सरकार तक उनकी आवाज पहुंच सके. सरकार द्वारा सभी आशा वर्कर के साथ बेहद तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है. सरकार ने प्ले स्कूल और बाल वाटिका शुरू की थी. जिसके कारण उन पर दोहरे काम की मार पड़ रही है.

ये भी पढ़ें : फतेहाबाद लघु सचिवालय पर आंगनबाड़ी वर्कर्स का प्रदर्शन, इन मांगों को लेकर की नारेबाजी

आशा वर्कर से ऑफलाइन काम के साथ-साथ ऑनलाइन काम भी लिया जाता है. उन्हें आंगनवाड़ी के लिए पर्याप्त सुविधाएं भी प्रदान नहीं की जा रही हैं. गैस सिलेंडर के दाम आसमान छू रहे हैं लेकिन फिर भी सरकार पिछले रेट पर ही उन्हें केवल 3 सौ रुपये ही देती है. अब तो काफी समय से वह भी देना बंद कर दिया है. ऐसी और भी कई समस्याएं हैं, जिनके समाधान के लिए आशा वर्कर्स प्रदर्शन कर रही हैं.

ये भी पढ़ें : हरियाणा के सभी जिला मुख्यालयों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, महिलाओं ने दी आंदोलन की चेतावनी

उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी सम्स्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वे भूख हड़ताल करेंगी और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे जाएंगी. सरकार से खफा आशा वर्कर्स का कहना है वे सरकार से इन मांगों को लेकर स्पष्टीकरण चाहती हैं. गैस सिलेंडर के रेट से भी वे संतुष्ट नहीं हैं. क्योंकि सिलेंडर के दाम उन्हें अपनी जेब से देने पड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि मई, जून में सरकार ने आशा वर्कर्स को बाजरा दिया था. जिसकी तासीर बेहद गर्म होती है, यदि वे यह बाजरा वितरित कर देती हैं और इसे खाने वाले बच्चों को कोई परेशानी होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा.

अंबाला: अंबाला उपायुक्त कार्यालय पर आशा वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. वर्कर्स का आरोप है कि लंबे समय से उनकी मांगों को सरकार द्वारा अनदेखा किया रहा है. सरकार के खिलाफ उन्होंने वायदा खिलाफी के आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार उनसे दोहरा काम ले रही है. काम के मुकाबले उन्हें जायज वेतन भी नहीं मिल रहा है. वर्कर्स ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी बैठने से पीछे नहीं हटेंगी.


अंबाला में आशा वर्कर्स का प्रदर्शन के बारे में हरियाणा आशा वर्कर्स यूनियन की महासचिव अनुपमा ने बताया कि सरकार के तानाशाही रवैया से तंग आकर उन्हें मजबूरन यहां इकट्ठा होना पड़ा है. जिससे सरकार तक उनकी आवाज पहुंच सके. सरकार द्वारा सभी आशा वर्कर के साथ बेहद तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है. सरकार ने प्ले स्कूल और बाल वाटिका शुरू की थी. जिसके कारण उन पर दोहरे काम की मार पड़ रही है.

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आशा वर्कर से ऑफलाइन काम के साथ-साथ ऑनलाइन काम भी लिया जाता है. उन्हें आंगनवाड़ी के लिए पर्याप्त सुविधाएं भी प्रदान नहीं की जा रही हैं. गैस सिलेंडर के दाम आसमान छू रहे हैं लेकिन फिर भी सरकार पिछले रेट पर ही उन्हें केवल 3 सौ रुपये ही देती है. अब तो काफी समय से वह भी देना बंद कर दिया है. ऐसी और भी कई समस्याएं हैं, जिनके समाधान के लिए आशा वर्कर्स प्रदर्शन कर रही हैं.

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उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी सम्स्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वे भूख हड़ताल करेंगी और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे जाएंगी. सरकार से खफा आशा वर्कर्स का कहना है वे सरकार से इन मांगों को लेकर स्पष्टीकरण चाहती हैं. गैस सिलेंडर के रेट से भी वे संतुष्ट नहीं हैं. क्योंकि सिलेंडर के दाम उन्हें अपनी जेब से देने पड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि मई, जून में सरकार ने आशा वर्कर्स को बाजरा दिया था. जिसकी तासीर बेहद गर्म होती है, यदि वे यह बाजरा वितरित कर देती हैं और इसे खाने वाले बच्चों को कोई परेशानी होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा.

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